भिण्ड, 29 अक्टूबर। प्रदेश में पंचायत विभाग द्वारा रोजगार गारंटी योजना को सुचारू रूप से चलाने हेतु ग्राम रोजगार सहायकों की नियुक्ति पंचायत स्तर पर की गई थी और अनुबंध किया गया था कि रोजगार सहायक जिस पंचायत पर नियुक्त हुए हैं उसी पंचायत पर कार्य करेंगे, पर भिण्ड जिले के मेहगांव जनपद में 49 रोजगार सहायक पदस्थ हैं, जिनमें से 29 रोजगार सहायक वरिष्ठ अधिकारी से सांठ-गांठ कर मनचाही पंचायतों पर कार्य कर रहे हैं, जिनमें कई रोजगार सहायकों को वित्तीय अधिकार भी दिए गए हैं जो पूर्णता नियम विरुद्ध है।
वर्तमान में रोजगार गारंटी परिषद की आयुक्त सूफिया फारुकी वली भोपाल के एक पत्र द्वारा जिला कलेक्टर से जानकारी चाही गई है कि कितने रोजगार सहायकों को कितनी पंचायतों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया और किसके आदेश के तहत दिया गया है। भोपाल द्वारा आए पत्र को पढ़ते ही जिले के भ्रष्ट अधिकारियों के हाथ पैर फूल रहे हैं, क्योंकि मोटी रकम लेकर मलाईदार पंचायतों पर रोजगार सहायकों को नियम विरुद्ध भेजकर ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार हुआ है, यह जग जाहिर है।