भिण्ड, 23 जनवरी। ग्राम पाखर पुरा में रामलीला महोत्सव के चलते गुरुवार को कलाकारों द्वारा रामलीला मैदान में लक्ष्मण शक्ति प्रसंग की आकर्षक लीला का मंचन किया।
प्रस्तुत की गई लीला के अनुसार लंका पति रावण अपने पुत्र मेघनाथ को बुलाता है और विचार विमर्श करते हुए कहता है कि है इंद्रजीत तुम्हें रामा दल की ओर जाना है और उन तपशी बालकों से युद्ध करना है। भगवान श्री राम फिर अपने छोटे भाई लक्ष्मण को भेजते हैं, लक्ष्मण और मेघनाथ के बीच आकर्षक संवाद होता है एक दूसरे पर बाणों की बौछार करते हैं और दोनों के बीच घनघोर युद्ध शुरू हो जाता है काफी देर तक युद्ध चलता है। मेघनाथ इस दौरान अपनी पूरी शक्तियां लगा देता है युद्ध के दौरान अंत में जाकर मेघनाथ ब्रह्म शक्ति का उपयोग करते हुए और लक्ष्मण को मूर्छित कर देता है। फिर अपने पिता रावण के पास पहुंचता है तो रावण खबर सुनकर प्रसन्न होता है और मेघनाथ के लिए बधाई देता है।
इधर मूर्छित अवस्था में हनुमान लक्ष्मण जी को उठाकर लाते है और इसके बाद हनुमान जी भगवान राम के पास पहुंचते हैं और लक्ष्मण के मूर्छित होने की खबर देते हैं जिस पर भगवान राम तुरंत ही हनुमान जी के साथ चल लेते हैं और जाकर लक्ष्मण को मूर्चि्छत अवस्था में देख भगवान विलाप करने लगते हैं। वहां मौजूद विभीषण भगवान राम को बताते हैं कि लंका में ही सुषेण वैद्य रहता है, वह बहुत कुछ जानता है। इधर भगवान राम हनुमंत लाल को बूटी लेने द्रोणागिरी पर्वत पहुंचते हैं तो हनुमान जी के सामने वह बूटी पहचान में नहीं आती तो वीर हनुमान सारा द्रोणागिरि पर्वत ही उठा लाते हैं और लक्ष्मण के प्राण बचाते हैं।