कांग्रेस की प्रेस वार्ता में छाया रहा उपमण्डी भूमि अधिग्रहण मामला

भिण्ड, 23 अक्टूबर। नगर कांग्रेस कमेटी दबोह द्वारा शुक्रवार को स्थानीय डाक बंगले पर पत्रकार वार्ता आहूत की गई। जिसे कांग्रेस प्रदेश महामंत्री शिव नरायण दुबे बल्लू बकील ने संबोधित किया। वैसे यह पत्रकार वार्ता भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बुलाई गई थी पर इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उपमण्डी भूमि अधिग्रहण मामला छाया रहा। उपमंडी को लेकर अब कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। दो दिन पहले भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक के पश्चात नेताओ ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमे उन्होंने कांग्रेस के नेताओं-कार्यकर्ताओं को बिदूषक और भाड़ जैसे शब्दों से नवाजा था, तो वहीं शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शिवनारायण दुबे (बल्लू बकील) ने भी भाजपा नेता को बाबा का दलाल, भ्रष्टाचारी, छुटभैया नेताओं जैसे शब्दों से नवाज दिया। दबोह उपमंडी भूमि अधिग्रहण में अब कांग्रेस और भाजपा आमने सामने आ गए हैं।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शिवनारायण दुबे ने कहा कि जो भाजपा के नेता कांग्रेस विधायक के बारे में भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उन्हें बता देना चाहता हूं कि कांग्रेस विधायक अजेय विधायक हैं और वह विकास की दम पर चुनाव जीतते हैं। उन्होंने कहा कि उपमंडी के लिए भूमि कोर्ट ने आवंटन की और उस जमीन पर खड़े पेड़ों के लिए सरकार ने सात लाख 63 हजार रुपए भी आवंटन कर दिया है। उन्होंने आगे बताया कि जो आज भाजपा के नेता बाबा के दलाल बन कर बात कर रहे हैं, उन्होंने ही पतारे में मण्डी बनने के लिए मना किया था। उन्होंने इसके दस्ताबेज भी पत्रकारों के सामने रखे। जब दुब से पूछा गया कि मण्डी का कोई अधिकारी मीडिया के सामने अपना पक्ष रखने क्यों नहीं आ रहा है। तो उनका कहना था कि मैं मण्डी बोर्ड की तरफ से प्रतिनिधि हूं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस महीने ही इसका फैसला हो जाएगा एवं जल्द ही मण्डी निर्माण का कार्य प्रगति पर होगा। वहीं उन्होंने ने पूर्व में कांग्रेस शासन में प्रशासन द्वारा जो अतिक्रमण हटाया गया था उसका जबाब देते हुए कहा कि मैं भाजपा के नेताओं को खुली चुनोती देता हूं कि यदि कांग्रेस सरकार के समय प्रशासन ने किसी भी अतिक्रमण कारी का नियम के विरुद्ध एवं गलत अतिक्रमण हटवाया हो तो भाजपा नेता उसकी जांच करा लें साथ ही उपमंडी भूमि अधिग्रहण पर सत्ता पक्ष के नेताओं से खुली बहस करने को तैयार हूं। आज भी मैं अतिक्रमण हटाने के पक्ष में हूं। दबोह उपमंडी का फैसला जो भी हो यह न्यायालय पर निर्भर करता है, पर इस उपमंडी भूमि अधिग्रहण के बहाने भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को अपनी नेतागिरी चमकाने का मौका जरूर मिल गया। बैठक को हाकिम चौधरी, रामकुमार गुर्जर, रूपनारायण खटीक, राजेन्द्र खेमरिया ने भी संबोधन किया।