भारत बंद के दौरान भिण्ड में रहा मिला-जुला असर

– बसपा ने दिया कलेक्टर को ज्ञापन
– व्यापारियों ने लुकाछिपी करते हुए खोले प्रतिष्ठान, रैली के समय बाजार पूरा बंद

भिण्ड, 21 अगस्त। एससी, एसटी, बसपा द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया था। जिसके चलते बुधवार को भिण्ड जिले में मिला जुला असर देखा गया है। शहर में सुबह से ही कुछ जगहों पर दुकानों का खुलना शुरू हो गया था, जबकि अधिकांश बाजार बंद था। ज्ञापन देने से पूर्व बंद समर्थकों के द्वारा रैली का आयोजन किया गया था, रैली निकलते समय बाजार पूरी तरह से बंद हो गया था। इस दौरान जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के द्वारा पैनी नजर रखी जा रही थी। सुरक्षा की द्रष्टि से कार्यक्रम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। कलेक्ट्रेट पहुंचकर बसपा जिला अध्यक्ष ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
आरक्षण में उपवर्गीकरण एवं क्रिमिलेयर लागू करने के विरोध में एससी, एसटी और अन्य राजनैतिक संगठनों द्वारा बुधवार को देशभर में भारत बंद की घोषणा की गई थी। बंद के दौरान सदर बाजार में दुकानें पूरी तरह से बंद थीं। उधर कुछ बाजारों में बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा था। रैली निकाले जाने के लिए विरोध कर रहे राजनैतिक दल के कार्यकर्ता और अनुसूचित वर्ग के लोग पुरानी गल्ला मण्डी परिसर में एकत्रित हुए और वहीं से रैली की शुरुआत की गई। जो परेड चौराहा, गोल मार्केट, हनुमान बजरिया, किला रोड, माधवगंज हाट, जेल रोड होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। कलेक्ट्रेट पहुंचने पर बसपा जिला अध्यक्ष मेघसिंह नरवरिया ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि गत एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा एससी, एसटी वर्ग को आरक्षण में उप वर्गीकरण करने एवं क्रिमिलेयर लगाने संबंधी आदेश दिया गया है। जिसमें एससी, एसटी वर्ग के करोडों लोगों के संवैधानिक अधिकार खतरे में पड गया है। संविधान के अनुच्छेद 15(4) एवं 16(4) में सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछडेपन के लिए आरक्षण देने की व्यवस्था की गई है। न कि आर्थिक आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने इन वर्गों के आरक्षण में क्रिमिलेयर लगाने एवं उप वर्गीकरण करने का अधिकार राज्य सरकारों को दे दिया है। ज्ञापन देने वालों में बसपा जिलाध्यक्ष मेघसिंह नरवरिया, भिण्ड-ग्वालियर प्रभारी दिलीप बौद्ध, जिला प्रभारी लालजी सिंह कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील बघेल सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।