वारे! मेरे मोहन प्यारे

– राकेश अचल


दिग्गज सबरे तुमसे हारे
वारे, मेरे मोहन प्यारे

किस बिल में तुम छिपे हुए थे
नैन लिए कजरारे
सोच, सोचकर परेशान हैं
सूबे के मामा रे
वारे! मेरे मोहन प्यारे

तुमने छेंकी राह अचानक
सबको धक्का लगा भयानक
मुंह लटके हैं, हंसी नदारद
गुमसुम हैं मुन्ना रे
वारे, मेरे मोहन प्यारे

क्या होगा आगे पटेल का
क्या कैलाश करेंगे
ले लेंगे सन्यास कि आगे
व्रत, उपवास करेंगे
देखे दिन में सबने तारे
वारे मोहन प्यारे