दिव्यांग बच्चे अपनी प्रतिभा को निखार बने देश का भविष्य : प्रधान जिला न्यायाधीश

भिण्ड, 28 अक्टूबर। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार मासिक शिविरों का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में शनिवार को दिव्यांग विद्यालय, जामना रोड भिण्ड में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष सुरभि मिश्रा की अध्यक्षता में मानसिक एवं शारीरिक रूप से दिव्यांग बच्चों में जागरुकता प्रसारित करने हेतु नालसा द्वारा संचालित योजना मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए विधिक सेवाएं योजनांतर्गत मेंटल हेल्थकेयर एक्ट 2017 के आलोक में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष सुरभि मिश्रा ने दिव्यांग बच्चों से बातचीत कर उनके बारे में जानकारी ली एवं सामान्य जीवन में दिव्यांग बच्चों को आ रही समस्याओं को सहानुभूति पूर्वक श्रवण किया। इसके बाद उन्होंने बच्चों को बताया कि आप सभी में एक दिव्य प्रतिभा हैं, जिसे आप सभी को शिक्षा के माध्यम से निखारना है तथा देश के विकास में भागीदार बनाना है। उन्होंने दिव्यांग बच्चों को नोटबुक, पेन, पेंसिल, फोल्डर, सोफनर, टिफिन बोक्स एवं नाश्ता आदि वितरित किए, जिसे पाकर बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
इसी क्रम में संचालक दिव्यांग विद्यालय भिण्ड ने व्यक्त किया कि फण्ड की उपलब्धता कम होने से बच्चों को मूलभूत सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में प्रदान करने में समस्याओं का सामना करना पड रहा है। इसलिए आमजन मानस यदि इच्छुक हो तो अपनी स्वेच्छानुसार आर्थिक सहायता प्रदान कर सकते हैं जिससे उक्त विद्यालय द्वारा दिव्यांग बच्चों को प्रदाय की जा रही मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके। शिविर में अपर जिला न्यायाधीश दिनेश कुमार खटीक, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड हिमांशु कौशल एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी भिण्ड सौरभ कुमार दुबे, स्कूल संचालक शिवभान सिंह राठौर एवं विद्यालय का समस्त स्टाफ, बच्चे तथा पीएलव्ही भिण्ड नीलकमल सिंह भदौरिया उपस्थित रहे।