फूफ रेलवे स्टेशन सुविधाओं का अभाव, रात होते ही शराबी बनाते हैं स्टेशन को अपना अड्डा

भिण्ड, 22 अगस्त। फूफ रेलवे स्टेशन सुविधाओं के नाम पर जीरो है, रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को भूलभूत सुविधाओं से जूझना पड रहा है। रेल्वे स्टेशन पर यात्रियों के लिए बैठने के लिए ना कुर्सियां हैं और ना ही पीने के लिए पानी और न ही रोशनी का कोई व्यवस्था है। इतना ही नहीं स्टेशन पर रात के समय यात्रा करने वाले लोगों को अंधेरे में ट्रेन पकडनी पडती है, क्योंकि रेलवे स्टेशन पर प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं है, स्टेशन पर पर्याप्त सुविधा नहीं मिलने के कारण लोग ट्रेन का सफर करने में परहेज करते हैं। मजबूरन लोगों को इटावा, भिण्ड और ग्वालियर के लिए बसों में सफर पूरा करना पडता है।
ज्ञात हो रेलवे विभाग द्वारा ग्वालियर-फूफ-इटावा के बीच रोजाना दो यात्री ट्रेन पैसेंजर और मेमू ट्रेन चलाई जा रही हैं। प्रतिदिन दोनों ट्रेन से कस्बे सहित आस-पास के ग्रामीण इलाकों से 80 से 100 यात्री ग्वालियर-इटावा के लिए सफर करते हैं, उसके बाद भी यात्रियों को स्टेशन पर कोई भी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जबकि स्थानीय लोग भिण्ड सांसद संध्या राय और रेल्वे विभाग के अधिकारियों से स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं बढाने की कई बार मांग कर चुके हैं, इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। सुविधाएं नहीं मिलने की वजह से ही ग्रामीण क्षेत्र के लोग अब ट्रेन की यात्रा करने से परहेज करने लगे हैं। इतना ही नहीं विंडो टिकट खिडकी भी बंद रहती है। पांच साल पहले पूर्व सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद के प्रयासों से स्टेशन पर ही लोगों के लिए टिकट की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टिकट खिडकी का शिलान्यास किया गया था। शिलान्यास के दो माह तक ही यात्रियों को स्टेशन पर मंजिल तक पहुंचने के लिए टिकट मिले, उसके दो माह बाद टिकट खिडकी पर रेलवे कर्मचारियों ने बैठना बंद कर दिया। स्थिति यह है कि पिछले पांच साल से टिकट खिडकी पर ताला लगा हुआ है, यात्री भी फूफ से ग्वालियर इटावा का बिना टिकट के ट्रेन से सफर करते आ रहे हैं।
रेलवे स्टेशन बना शराबियों का अड्डा
रेलवे स्टेशन पर कोई कर्मचारी नहीं होने की वजह से शाम होते ही शराबी अपनी-अपनी शराब की बोतल लेकर स्टेशन पर पहुंचते हैं। शराबियों की वजह से शाम होते ही आम नागरिक स्टेशन के रास्ते से निकलना बंद कर देते है। स्टेशन शराबियों का अड्डा बनने की वजह से अब लोग रेलवे स्टेशन की जगह शराबी स्टेशन कहने लगे हैं।

इनका कहना है-

शराबियों को रोकने के लिए पुलिस गाडी को रोजाना स्टेशन की तरफ नाइट गस्त करना चाहिए।
कल्लू ठेकेदार, निवासी वार्ड क्र.नौ फूफ

टिकट खिडकी बन जाए तो लोगों को भिण्ड उतरकर टिकट नहीं लेना पडेगा, आने-जाने में सुविधा रहेगी।
राजेन्द्र चौधरी, अध्यक्ष शासकीय निकाय, निवासी वार्ड क्र.एक फूफ