भिण्ड, 12 अगस्त। शा. महाविद्यालय मेहगांव में रेड रिबन क्लब द्वारा छात्र-छात्राओं को एचआईवी/ एड्स के प्रति जागरुकता कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें ‘ग्रीन स्केल फॉर यूथ वल्र्ड ए स्टेबल वल्ड थीम’ पर युवाओं को प्रकृति को हरा-भरा रखने के साथ स्वास्थ्य जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यशाला का संचालन कर रहीं प्रभारी प्राचार्य गिरिजा नरवरिया ने बताया कि एचआईवी एड्स एक ऐसा वायरस है जिस पर लोग बोलने से भी डरते हैं, क्योंकि यह निम्न कारणों से व्यक्ति को अपना ग्रास बना लेता है। असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाने से, असुरक्षित तरीके से रक्त चढाने से, इंजेक्शन की सुई का इस्तेमाल एक से अधिक व्यक्तियों पर करने से, एड्स से पीडित महिला द्वारा स्तनपान कराने से, एड्स से संक्रमित मां से उसके होने वाली संतान को भी हो सकता है। आदि ऐसे कारण हैं जिन से एचआईवी फैलता है। एचआईवी एक प्रकार से जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है, इस रोग में जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर हमला कर उसे कमजोर बना देता है, लेकिन एड्स से पीडित व्यक्ति को उपचार के बाद लंबा जीवन जी सकता है, क्योंकि यह साथ खाना खाने या हाथ मिलाने से नहीं फैलता। इसका एकमात्र उपाय सुरक्षा ही है। इसके प्रति आज के युवाओं को लोग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मप्र शासन द्वारा जागरुक करने का अभियान चलाया जा रहा है। कार्यक्रम में समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।