मेडिकल ऑफिसर दबोह सोनू शर्मा पहुंचे हिमांशु कॉन्वेंट स्कूल
भिण्ड, 24 जुलाई। इस साल मानसून के दौरान बारिश के साथ एक नई मानसूनी बीमारी ने जन्म ले लिया है। जिसका नाम कंजंक्टिवाइटिस है। जिसको आप लोग आई फ्लू भी कहते हैं। जो आंखों को प्रभावित करती है, इन दिनों इस बीमारी ने कहर बरपाया हुआ है, इस बीमारी से बडी संख्या में लोग इस का सामना कर रहे हैं, चूंकि यह एक तरह का संक्रमण है, इसलिए जो भी पीडित व्यक्ति के कॉन्टैक्ट में आता है उनमें भी यह कंजंक्टिवाइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है। यह बात दबोह के मेडिकल ऑफिसर सोनू शर्मा ने हिमांशु कान्वेंट स्कूल में शिविर लगा कर उपस्थित छात्र-छात्रओं से कही।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को इस बीमारी के बारे में बताते हुए कहा कि हमें आंखों की इस बीमारी से डरने की आवश्यकता नहीं है, बस जरा सतर्कता की जरूरत है, वैसे तो यह कोई जानलेवा संक्रमण नहीं है, परंतु यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए लोगों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। यह बीमारी पांच-छह दिनों तक रह सकती है, इसे ‘पिंक आई’ इंफेक्शन के नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी आई कॉन्टैक्ट करने से फैलती है। यह किसी को तब प्रभावित करती है जब वो किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों का इस्तेमाल करता है, इससे पीडित व्यक्ति की आंखों का सफेद हिस्सा पूरी तरह से गुलाबी और लाल हो जाता है, आंखों में खुजली और दर्द होने लगता है, लगातार पानी निकलता है, कभी-कभार आंखें सूज जाती है। इस बीमारी का आंखों की रोशनी पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पडता। हालांकि आपको कुछ समय के लिए धुंधला जरूर दिखाई दे सकता है, इस दौरान हमें काफी समस्या का सामना करना पड सकता है। इसलिए अच्छा है कि हम सब इससे बच कर रहें, इससे बचने के लिए कुछ सावधानियां रखें। हमें साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना है, हाथों को बार-बार साफ करना है, आंखों को बार-बार छूने से भी बचना है, किसी से भी अपना तौलिया, बिस्तर या रूमाल शेयर नहीं करना है, संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाकर रहना है एवं संक्रमिक व्यक्तियों की किसी भी चीज का इस्तेमाल नहीं करना है, यदि हम इन सभी पर ध्यान देते हैं तो यह बीमारी हमें नहीं होगी। इसी बीच मेडिकल ऑफिसर सोनू शर्मा ने छात्र-छात्राओं से अपने व उनके जीवन की खट्ठी-मीठी बातें भी कीं और पढ़-लिखकर एक अच्छे पोजीशन पर पहुंचने का भी सुझाव दिया।