भिण्ड, 25 मई। जिले की अकोड़ा नगर परिषद क्षेत्र में चल रही भक्तमयी श्रीमद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस कथा वाचक पं. गोविन्द दुबे ने कहा कि पत्नी का देव और देवता सर्वस्व उसका पति ही होता है।
सती अनुसुइया माता की कथा को उद्धरित करते हुए व्यासजी ने कहा कि आज-कल पत्नियां पतियों को धोखा दे रही हैं और सभ्यता का नाश करती हैं। पत्नी का प्रथम धर्म, ब्रत, गुरू, भगवान उसका पति ही होता है, इसलिए माता-बहनों को चाहिए कि वो अपने घर को स्वर्ग बनाने का प्रयास करें। पत्नियों को पति की सेवा करनी चाहिए। पति के दुस्प्रभाव पर भी व्यास ने कहा कि नाटक की इस दुनिया में हमारा परिवार, समाज भी नाटक बनके रह गया है। उन्होंने भक्त प्रहलाद की मार्मिक कथा कहते हुए गुरु के महत्व को बताया। भागवत स्थल भक्तों के अपार जन समूह से भरा रहा है। साथ ही साधुओं, भक्तों को भण्डारा प्रसादी भी वितरण लगातार की जा रही है।