विहसंत सागर महाराज ससंघ का डबरा में होगा आरोग्यमय चातुर्मास

नौ जुलाई को होगी चातुर्मास की कलश स्थापना

भिण्ड, 25 मई। चंद्रप्रभु दिगंबर जैन परेड मन्दिर में विराजमान मेडीटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्व साम्य सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में गुरुवार को पुष्य नक्षत्र के पावन अवसर पर मुनिराज के चातुर्मास की घोषणा की गई, जिसमें मुनिराज ने कहा कि पिछले एक घण्टे से बैठकर के मुनि संघ के चातुर्मास का इंतजार कर रहे हैं, श्रावक ही नहीं कण कण का पुण्य होता है, वहीं जाकर के संतों का चातुर्मास होता है।
उन्होंने कहा कि भिण्ड नगरी में दो बार चातुर्मास कर चुका हूं एवं इटावा में कोरोनाकाल में सन 2020 में चातुर्मास कर चुका हूं, जहां जगह-जगह मन्दिरों में जाकर के वहां जीर्णोद्धार कराया, डबरा में एक बार भी चातुर्मास नहीं किया, डबरा वालों का बड़ा ही सौभाग्य है कि हमारे गुरू गणाचार्य विराग सागर महाराज ने हमें आरोग्यमय चातुर्मास डबरा में करने का निर्देश दिया है। आरोग्यमय वर्षा योग वह है, जिसमें किसी को रोग न सताए इसी का नाम आरोग्यमय वर्षा योग है। डबरा वालों को एक और बोनस मिला है जिसमें इस बार चार माह का नहीं वल्कि पांच माह का वर्षा योग होगा, जिसमें एक माह का लोन का महीना बढ़ गया है, जिसमें पांच महीने भक्तिभाव के साथ सभी मिलकर भगवान की आराधना करेंगे।
मुनिराज ने कहा कि डबरा में पिछले 20 वर्षों से किसी साधु संत का चातुर्मास नहीं हुआ है, वहां पर संत भवन बनकर भी तैयार हो गया है। मेरा चातुर्मास बहुत ही सरल और सहज है, जहां का पुण्य होता है वहीं चतुर्मास होता है। विहसंत सागर को कोई पैसों से नहीं खरीद सकता, जहां गुरू का आदेश होता है, वहीं चातुर्मास होता है। चातुर्मास के दौरान सारी व्यवस्थाएं बदल जाती हैं, उठना-बैठना, स्वाध्याय करना और स्थानीय लोगों को धर्म ज्ञान एवं जैन दर्शन के बारे में बताना जिससे लोग धर्म से जुड़ते हैं और संतों के बताए मार्ग पर चलकर ब्रह्मचारी क्षुल्लक मुनिराज बनते हैं।
अनेक श्रावकों ने मुनिराज को चढ़ाए श्रीफल
मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्वसाम्य सागर महाराज को चातुर्मास कराने के लिए भिण्ड, ग्वालियर, डबरा, रायरू, मालनपुर, गोहद, मेहगांव, इटावा, दिल्ली आदि स्थानों से आए श्रृद्धालूओं ने मुनिराज को चातुर्मास के लिए श्रीफल चढ़ाएं। इस अवसर पर महेश पहाड़िया, बसंतलाल जैन, विवेक जैन, छोटू जैन, चके्रश जैन, मनोज जैन, संदीप शास्त्री, अशोक महामाया आदि उपस्थित थे।