लहार में अतिक्रमण हटाने को लेकर विवाद सीएमओ के साथ हाथापाई

भाजपा नेताओं, व्यापारियों ने दिया थाने पर धरना, कलेक्टर एसपी मौके पर पहुंचे
मामला भोपाल तक पहुंचा, सीएमओ संभागीय कार्यालय में अटैच

भिण्ड, 19 अप्रैल। लहार नगर के भिण्ड-भाण्डेर रोड साधु बाबा चौराहे मुख्य मार्ग पर कई वर्ष पुराना एक मकान बना हुआ है, यह मकान मोहनलाल झा का है, जिसको तोड़ने के लिए बुधवार की सुबह नगर पालिका अमला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचा। अमले के साथ सीएमओ महेश पुरोहित, एसडीएम, तहसीलदार एवं पुलिस बल साथ में था। अतिक्रमण हटाने के लिए नगर पालिका द्वारा दो जेसीबी मशीनों का उपयोग किया गया। जैसे ही अतिक्रमण हटाना शुरू हुआ तो इसकी जानकारी मकान मालिक को पूर्व से नहीं थी, ना ही उसे नोटिस दिया गया था।
बताया गया है कि मकान मालिक के पास माननीय न्यायालय का स्टे ऑर्डर था कि मकान नहीं तोड़ा जाए इसके बावजूद नगर पालिका अमले ने जेसीबी मशीनो द्वारा तोड़फोड़ करना प्रारंभ कर दिया, उधर मकान मालिक के घर में महिलाओं की चीख-पुकार मच गई, मामले को देखते हुए लोगों की भीड़ इकट्ठी होने लगी और एक विशाल भीड़ में परिवर्तित हो गई। इसी दौरान कुछ लोगों ने मशीनों को हटाने से रोका, जब वह नहीं माने तो सीएमओ महेश पुरोहित के साथ कुछ लोगों ने मारपीट कर दी तथा लोगों ने नगर पालिका अमले को मौके से खदेड़ दिया। जैसे ही इसकी जानकारी भाजपा नेता अम्बरीश शर्मा गुड्डू को लगी तो वह अपने साथियों के साथ अपने गृह गांव जा रहे थे वह भी मौके पर रुक गए और उन्होंने मकान मालिक के साथ अन्याय होते देख तथा महिलाओं की चीख-पुकार सुनकर रुक गए। मकान मालिक का पक्ष लेते हुए नगर पालिका अमले को अतिक्रमण हटाने से रोका, मगर वह नहीं माने तो उन्होंने इसकी सूचना अन्य कार्यकर्ताओं व नेताओं को दी। खबर लगते ही भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक रसाल सिंह मौके पर पहुंचे, उन्होंने पुलिस थाने जाकर पूरे मामले की जानकारी ली और पीड़ित परिवार की मदद करने को कहा। वहीं आए चर्चा करने के लिए पुलिस थाने में बैठे रहे। खबर लगते ही पूर्व विधायक मथुरा प्रसाद महंत, रामकुमार महाते, भाजपा नेता योगेन्द्र सिंह पप्पू, मिहोना से संतोष बोहरे, भाजपा जिला उपाध्यक्ष नंदराम बघेल एवं व्यापार मण्डल के अध्यक्ष तथा पूरे नगर के व्यापारी अपने अपनी दुकानें बंद कर पुलिस थाने में पहुंच गए और नगर पालिका द्वारा बिना सूचना दिए एक दुकानदार का मकान तोड़ने को लेकर बड़ी संख्या में लोग पुलिस थाने में धरने पर बैठ गए।
उधर मकान मालिक एवं अन्य लोगों का कहना है कि नगर पालिका द्वारा बिना सूचना दिए अतिक्रमण हटाया और महिलाओं के साथ अभद्रता की, इसी बात को लेकर यह धरना प्रारंभ हुआ। धरना पर बैठे लोगों की मांग थी कि नगर पालिका सीएमओ एवं दोषियों पर मामला दर्ज किया जाए और मामले की जांच कराई जाए।

उधर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने मीडिया के माध्यम से आरोप लगाते हुए कहा कि लहार में अम्बरीश शर्मा द्वारा सीएमओ के साथ मारपीट कराई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि लहार तहसीलदार की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई है, जिसमें गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई है। मगर इस संबंध में जब मीडिया कर्मियों द्वारा लहार तहसीलदार अमित दुबे से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं पुलिस प्रशासन के साथ में खड़ा था, मेरे साथ कोई मारपीट नहीं हुई है, ना ही मेरी गाड़ी में किसी प्रकार की तोड़फोड़ हुई है, मेरी गाड़ी पूर्णता सुरक्षित है। भाजपा नेता अमरीश शर्मा का कहना है कि मैं सुबह के समय अपने गांव जा रहा था तो मेन रोड पर नगर पालिका की जेसीबी द्वारा अतिक्रमण हटाया जा रहा था। मकान मालिक के साथ अन्याय होता देख मैं भी अपने साथियों के साथ वहां पर रुक गया और सीएमओ से अन्याय न करने का अनुरोध किया। लेकिन वह नहीं माने और उसका मकान तोड़ दिया। बताया गया है कि जब अतिक्रमण हटाया जा रहा था तो मकान की दूसरी मंजिल पर महिलाएं पूजा-पाठ कर रही थीं, इस बात की उन्हें भी जानकारी नहीं दी, ना ही उन्हें बाहर निकलने दिया, अगर मकान नीचे गिर जाता तो महिलाएं आखिर सुरक्षित कैसे बच पातीं, कुछ समय बाद एसडीओपी घटना स्थल पर पहुंचे और तोड़े गए मकान का निरीक्षण किया।
विवाद को लेकर नगर पालिका कर्मचारी भी धरने पर बैठ गए, उनकी मांग है कि सीएमओ नगर पालिका की फरियाद सुनी जाए और आरोपियों पर मामला दर्ज किया जाए। जब तक मामला दर्ज नहीं होता तब तक हमारा धरना जारी रहेगा। धरने में नगर पालिका कर्मचारी एवं सफाई कर्मचारी शामिल हैं। घटना की खबर लगते ही जिला कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान लहार थाना पहुंचे और नेताओं से चार घण्टे की वार्तालाप होती रही।
उधर इस घटना के दो घण्टे बाद संचनालय नगरी प्रशासन एवं विकास मप्र भोपाल द्वारा पत्र क्र./स्था./एक/785/5176/2023 दि. 19 अप्रैल 2023 को लहार नगर पालिका सीएमओ महेश पुरोहित को संभागीय कार्यालय नगरीय प्रशासन एवं विकास ग्वालियर चंबल संभाग अटैच कर दिया गया है। उनके वेतन का आहरण लहार नगर पालिका से होगा। देर शाम तक कलेक्टर, एसपी समझौता कराने में लगे रहे, लेकिन समझौता नहीं हो पाया और भाजपा कार्यकर्ता एवं व्यापारी सीएमओ पर मामला दर्ज कराने पर सभी लोग पुलिस थाने के ग्राउण्ड में बैठ गए हैं। खबर लिखे जाने तक मामला नहीं सुलझ पाया, बातचीत जारी है।
वहीं लहार एसडीएम एआर प्रजापति प्रजापति को अतिक्रमण हटाना महंगा पड़ा। मंत्रालय के आदेश पर उन्हें लहार से हटाकर मंत्रालय भोपाल स्थानांतरित किए जाने आदेश जारी हुआ है।

इनका कहना है-

नगर पालिका द्वारा बिना सूचना दिए सुबह अचानक हमारे मकान का दो जेसीबी मशीनों से तोड़-फोड़ करना प्रारंभ कर दिया, अत: मेरा मकान तोड़ने लगे, मैंने पूछा तो सीएमओ का कहना था कि आप लहार विधायक से जाकर संपर्क कर लो, तो आपका मकान टूटने से बच जाएगा, अन्यथा किसी हालत में नहीं बच पाएगा।
मोहनलाल झा, मकान मालिक, लहार

मेरे साथ कोई मारपीट की घटना घटित नहीं हुई है, ना ही मेरे वाहन में कोई किसी प्रकार की तोड़-फोड़ नहीं हुई है, मेरा वाहन सुरक्षित है। मैं पुलिस अमले के पास खड़ा हुआ था, नगर पालिका द्वारा कार्रवाई जारी थी।
अमित दुबे, तहसीलदार लहार