कुपोषण छोड़ पोषण की ओर-थामे क्षेत्रीय भोजन की डोर

चौथा राष्ट्रीय पोषण माह एक से 30 सितंबर तक

भिण्ड, 31 अगस्त। सुपोषित भारत की परिकल्पना को लक्षित करते हुए प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2018 में आरंभ किए गए पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य जन-आंदोलन और जन भागीदारी से कुपोषण को मिटाना है। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्रति वर्ष सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। विभिन्न विभागों के समन्वय से होने वाले पोषण माह में महिला बाल विकास नोडल विभाग की भूमिका निभाएगा। इस वर्ष पोषण माह की थीम कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामे क्षेत्रीय भोजन की डोर है। प्रदेश स्तर पर इस वर्ष भी पोषण माह के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। पोषण गतिविधियों की दैनिक प्रविष्टि भारत सरकार की जन-आंदोलन पोर्टल पर की जाएगी।
राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा एवं एएनएम द्वारा गृहभेंट/ सर्वे कर छह वर्ष से कम उम्र के बच्चों की ऊंचाई एवं वजन लेने का अभियान चलाया जाएगा। पोषण माह के चार सप्ताह चार अलग-अलग थीम पर निर्धारित किए गए हैं। एक से सात सितंबर तक पोषण वाटिका एवं पौधरोपण थीम के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, पंचायत भवन अन्य सार्वजनिक स्थल पर पोषण वाटिका के माध्यम से पौध रोपण, किचन गार्डन तथा संबंधित कैम्पस एवं भवन परिसर में न्यूट्री गार्डन को बढ़ावा देना, गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण आहार संबंधी स्लोगन प्रतियोगिता, आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए पोषण वाटिका प्रतियागिता का आयोजन होगा। इसके अलावा केम्प लगाकर स्वच्छता एवं कोविड टीकाकरण के सबंध में दो दिवसीय संवेदीकरण/ जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन होगा।
दूसरे सप्ताह आठ से 15 सितंबर तक पोषण के लिए योग एवं आयुष का उपयोग थीम के तहत आयुष पद्धति का पोषण के लिए जागरुकता अभियान, गर्भवती महिलाओं, स्कूल के बच्चों एवं किशोरियों के लिए योगाभ्यास, सरकारी एवं व्यवसायिक संस्थानों में पांच मिनट का योगा प्रोटोकाल सत्र, महिलाओं एवं बच्चों के लिए फ्री ऑनलाईन योग कोर्स, गर्भावस्था के दौरान एनीमिया के लिए आयुष-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का प्रशिक्षण तथा गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण की रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन होगा। राष्ट्रीय पोषण माह के तीसरे सप्ताह 16 से 23 सितंबर तक हाई बर्डन जिलों के हितग्राहियों को न्यूट्रीशियन किट एवं आईईसी जागरुकता संबंधी सामग्री का वितरण किया जाएगा। चौथे सप्ताह 24 से 30 सितंबर तक अति गंभीर कुपाषित बच्चों का चिन्हांकन, पोषण भोजन का वितरण, बच्चों के चिन्हांकन के लिए समुदाय का संवेदीकरण, गर्भवती माताओं के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा बच्चों के कुपोषण पर केन्द्रित ई-क्विज प्रतियोगिता होगी।