किसानों के आंदोलन का आन्दोलन के दूसरे दिन
भिण्ड, 15 फरवरी। अटल प्रोग्रेस-वे चंबल के बीहड़ की वजाए किसानों के खेतों से निकालने जाने के विरोध में दूसरे दिन बुधवार को ग्राम बलारपुरा एवं जम्होरा के 50 किसान धरने पर बैठे। किसान संघ के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह नरवरिया ने आंदोलन कारियों को तिलक लगाकर धरने पर बैठाया।
इस अवसर पर किसान नेता रामकरन सिंह भदौरिया ने शासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक पूर्व प्रस्तावित मार्ग से प्रोग्रेस-वे नहीं निकलेगा, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। सरकार हमारी जमीन जबरदस्ती छुड़ा रही है, हमारे बच्चे बेरोजगार हो जाएंगे, उनकी शादियां भी नहीं होंगी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि फसल सुरक्षा के लिए 80 प्रतिशत अनुदान पर तार फैंसिंग की व्यवस्था की जाए, चंबल के बीहड़ों में गौ अभ्यारण्य खोले जाऐं, जिला मुख्यालय पर कृषि महाविद्यालय खोला जाए, रेल्वे स्टेशन पर रैक पाइंट बनाया जाए जिससे भिण्ड के किसानों को यूरिया, डीएपी समय पर मिल जाया करे, कृषि विभाग द्वारा सन 2020-21 के मूंग प्रदर्शन का भुगतान शीघ्र कराया जाए। यदि इन समस्याओं पर सरकार शीघ्र सुनवाई नहीं हुई तो किसान उग्र आंदोलन भी कर सकते हैं।
इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष नमो नारायण दीक्षित, प्रांत मंत्री कुलदीप भदौरिया, संभाग मंत्री रमेशबाबू चौधरी, जिलामंत्री बृजेश चौधरी भी किसानों के बीच पहुंचे। अटेर अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह भदौरिया ने आंदोलन संचालन समिति की घोषणा की। जिसमें रामकरन सिंह भदौरिया खड़ेरी, रामचंद्र भदौरिया अंगदपुरा, खेमसिंह तोमर गडेर, बृजेश सिंह कुशवाह सरपंच गडेर, विजय बुधौलिया सरपंच प्रतापपुरा, उल्फत सिंह जादौन, शंभूसिंह भदौरिया उदोतगढ़, धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया पूर्व सरपंच जम्हौरा, छोटेसिंह भदौरिया जम्हौरा, अभिलेख सिंह नरवरिया बलारपुरा को शामिल किया गया है। आज प्रमुख रूप अभिलाख सिंह भदौरिया, मुन्नासिंह, महेन्द्र सिंह धाकड़, राजू सिंह, श्रीकृष्णा शर्मा पुजारी, रघुवीर सिंह बघेल, रमेश सिंह भदौरिया आदि किसान धरने पर बैठे।