मुनिश्री विनय सागर के 38वे अवतरण दिवस पर भक्तों का उमड़ा जनसैलाव, गुरू के जयकारों से गूंज पण्डाल
भक्तों ने नवीन पिच्छी, पादप्रक्षालन, पूजन व आरती उतारी
भिण्ड, 08 फरवरी। जन्म लेना कोई बड़ी बात नहीं है, अपितु जन्म लेकर संस्कारित होकर, साधना के बल से जन्म मरण का क्षय करना पुरुषार्थ साध्य है। संतान को जन्म तो पक्षी भी देते है, पर मनुष्य संतान को जन्म के साथ संस्कार भी प्रदान करता है। मनुष्य जन्म इसिलिए श्रेष्ठा है कि नर से नारायण बनने की साधना की जा सकती है। यह विचार श्रवण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने बुधवार को सकल दिगंबर जैन समाज ओर से भीम नगर स्थित श्री शांतिनाथ जैन मन्दिर में 38वे अवतरण दिवस पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मंच पर मुनि श्री ध्याननंद सागर महाराज भी मौजूद थे।
मुनिश्री के चरणों में आयोजन समिति के शांतिनाथ दिगंबर मन्दिर के रतनलाल जैन, वक्षासेन जैन, बसंत जैन, शैलू जैन, गुरुभक्त परिवार, चन्द्रप्रभु युवा समिति, विराग महिला मण्डल सहित ग्वालियर, गुडग़ांव, आगरा, मुरैना, झांसी आदि जगहों से आएं गुरुभक्तों के जनसैलाब ने सामूहिक रूप से श्रीफल चढ़ाकर मंगल अशीर्वाद लिया।
गुरुभक्तों ने मुनिश्री का पादप्रक्षालन कर नवीन पिच्छिक एवं सिंहासन किया भेंट
मुनिश्री के प्रवक्ता सचिन जैन आदर्श कलम ने बताया कि श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज एवं मुनि श्री ध्याननंद सागर महाराज को नवीन पिच्छी भेंट सचिन जैन परिवार गुडग़ांव ने की। वहीं श्रमण मुनि विनय सागर महाराज की पुरानी पिच्छी अशोक कुमार साधना आकाश जैन अम्बाह परिवार को प्राप्त हुई। मुनिश्री ध्याननंद सागर महाराज की पुरानी पिच्छी श्रीमती लक्ष्मी जैन दीपक जैन आगरा परिवार को प्राप्त हुई। मुनिश्री का पादप्रक्षालन श्रीमती मुन्नी जैन मुरैना व शास्त्र भेंट समजनानो ने किया। मुनिश्री को नवीन सिंहासन भेट मनीष जैन श्रीमती मीता जैन अलवर राज्यस्थान परिवार ने किया।
मुनिश्री के 38वें वतरण दिवस पर दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया
श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज के 38वें अवतरण दिवस का शुभारंभ आचार्यश्री विराग सागर महाराज के चित्र अनवरण गुरुभक्त परिवार एवं दीप प्रज्वालित सचिन जैन गुडग़ांव संगीत जैन सुलेखा जैन ने किया। मंगल चरण कु. शालू जैन व संगीत जैन एवं स्वागत नृत्य वाणी व श्रष्टि जैन ने किया। कार्यक्रम का संचालन शैलू जैन व प्रतिष्ठाचार्य विजय जैन ने किया।
मुनिश्री के सानिध्य में हुआ भगवान जिनेन्द्र देव का अभिषेक, मुनिश्री का भक्तों ने किया संगीतमय पूजन
मुनि श्री विनय सागर महाराज के 38वे अवतरण दिवस पर प्रतिष्ठाचार्य विजय जैन ने मंत्रों से भगवान शांतिनाथ का कलशों से अभिषेक सौधर्म इन्द्रा वीरेन्द्र जैन सहित इन्द्रों ने किया। वहीं मुनिश्री विनय सागर महाराज ने अपने मुखारबिंद से भगवान जिनेन्द्र की शांतिधारी सुदाम जैन अहमदाबाद व दीपक राहुल जैन परिवार ने की। शास्त्र भेंट जैन अजय विजय जैन परिवार ने किए। जैन समाज के विभिन्न संगठनो ने हाथों में सज्जी हुई अष्टद्रव्य की पूजन से संगीतकार शेंकी जैन फिरोजबाद के भजनो पर नृत्य करते प्रतिष्ठाचार्य विजय जैन आगरा ने मंत्रोचारण कर मुनिश्री के चरणों मे समर्पित कराए। पूरा पण्डाल मुनि श्री विनय सागर महाराज के जयकारों के साथ गूंज उठा।