भारतीय संविधान का लक्ष्य है न्याय सभी के लिए

न्यायालय परिसर भिण्ड में हुआ ध्वजारोहण

भिण्ड, 26 जनवरी। गणतंत्र दिवस की 74वीं वर्षगांठ पर जिला न्यायालय परिसर भिण्ड में प्रधान जिला न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड अक्षय कुमार द्विवेदी ने ध्वजारोहण किया तथा समस्त न्यायाधीशगण, अधिकारियों, अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राष्ट्रगान का उच्चारण किया।
प्रधान जिला न्यायाधीश अक्षय कुमार द्विवेदी ने कहा कि भारतीय संविधान संपूर्ण विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसमें कुल 22 अध्याय तथा 395 अनुच्छेद हैं को आज ही के दिन वर्ष 1950 में संपूर्ण भारत लागू किया गया था। भारतीय संविधान समस्त नागरिकों को अधिकार प्रदाय करते हुए उनके प्रवर्तन हेतु न्यायालयों की व्यवस्था करता है। भारतीय न्याय व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग नि:शुल्क विधिक सहायता है, जिसके अंतर्गत आज ऐसे लोगों को अपना पक्ष न्यायालय में सक्षमता पूर्वक रखने का अवसर मिल रहा है जो गरीब या वंचित हैं।
इस अवसर पर जिला न्यायाधीश/ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड सुनील दण्डौतिया ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्य लक्ष्य गरीब व वंचित वर्ग को उचित व सक्षम विधिक सहायता उपलब्ध कराना है तथा लोक अदालत, मध्यस्थता आदि के माध्यम से मामलों का निराकरण दोनों पक्षों के मध्य मधुर संबंध बनाए रखते हुए राजीनामें के आधार पर करना है। इस अवसर पर जिला विधिक सहायता अधिकारी जिविसेप्रा भिण्ड सौरभ कुमार दुबे, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष रज्जन सिंह भदौरिया एवं अधिवक्तागण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारीगण, न्यायालय के अधिकारीगण/ कर्मचारीगण से उपस्थित रहे।