फूफ बीएमओ द्वारा की गई कार्रवाई द्वेष पूर्ण : डॉ. वीना होतगी

गलत कार्य में साथ न देने पर झूठी व बनावटी कार्रवाई का वीडियो बनाकर प्रेस को किया गुमराह

भिण्ड, 21 दिसम्बर। फूफ बीएमओ द्वारा गत 15 दिसंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के दौरान स्वस्थ्य केन्द्र फूफ में पदस्थ डॉ. वीना होतगी के वाहन से दवाईयों को स्टॉक बरामद करने की कार्रवाई को महिला चिकित्सक ने द्वेष पूर्ण कार्रवाई बताया है।
महिला चिकित्सक डॉ. बीना होतगी प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से अपनी सफाई में कहा है कि बीएमओ द्वारा मुझ पर गलत कार्य करने का दवाब बनाया जा रहा था, जिसमें साथ न देने पर बीएमओ द्वारा झूठी व बनावटी कार्रवाई का वीडियो बनाकर प्रेस को गलत जानकारी देकर बदनाम किया गया है। जिससे उनके सम्मान को ठेस पहुंची है। डॉ. होतगी ने बताया कि 15 दिसंबर को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र फूफ पर आईं एवं ओपीडी में तीन-चार मरीज देखे, फिर जब हड़ताल पर जाने लगीं तो इसी बात पर बीएमओ फूफ डॉ. सिद्धार्थ चौहान बौखला गए और मेरी प्राइवेट गाड़ी की डिग्गी खुलवाकर देखा। जिसमें राजेश मेडीकल स्टोर की दवा रखी थी, वहीं ड्राईवर ने अपने बयान में बताया कि राजेश की दवा है। बीएमओ पत्रकारों को बुलाकर वीडियो बनाकर कहने लगे कि आप अस्पताल में दवाईयां मरीजों को देती हो, जब कि पत्रकारों की वीडियो में किसी भी मरीज को दवा देने का फोटो नहीं है। वाहन की डिग्गी में दवा का कार्टून रखा था, जो मेडीकल पर देना था।
महिला चिकित्साक वीना होतगी ने कहा कि बीएमओ ने आज तक उन्हें कभी भी कोई नोटिस आदि नहीं दिया, न ही कभी चर्चा में बताया। उन्होंने बताया कि बीएमओ मुझसे द्वेष रखते हैं, क्योंकि महिला चिकित्सक डॉ. सिकरवार जब ड्यूटी पर नहीं आईं तो बराबर देखने के बाद 14 सितंबर से 20 सितंबर तक अनुपस्थित डाल दी, जिससे बीएमओ नाराज हो गए।
डॉ. वीना होतगी कहा कि मेरे द्वारा मरीज को प्राईवेट दवा न पर्चा पर लिखी जाती है, न ही कभी किसी मरीज दी जाती है। मेरे द्वारा ओपीडी में सबसे अधिक मरीजों को देखा जाता है। जिसका रिकार्ड ओपीडी पर्ची से देखा जा सकता है। मेरे द्वारा बराबर ड्यूटी के दौरान कभी भी शासन के नियमों का उल्लंघन नहीं किया जाता। जबकि बीएमओ व तैनात डॉ. दीपक राजपूत, डॉ. अभिषेक शनिवार को कभी भी नहीं रुकते, तीनों ही ग्वालियर चले जाते हैं, जिसका प्रमाण अस्पताल में लगी सीसी कैमरे में स्वत: ही सत्यता उजागर हो जाएगा। बीएमओ ने सीनियर होते हुए भी मुझे लेवर रूम का चार्ज हटा दिया है। जिसके लिए लक्ष्य ट्रेनिंग होना आवश्यक है और बगैर लक्ष्य ट्रेनिंग के डॉक्टर को चार्ज देना नियम विरुद्ध है। इस प्रकार महिला चिकित्सक को परेशान करना बीएमओ फूफ की मनमानी व तानाशाही अस्पताल रिकार्ड के अनुसार स्वत: ही उजागर हो जाएगी। वहीं डॉ. दीपक राजपूत की नयागांव पोस्टिंग है, डॉ. राजपूत को ऊमरी पीएसडी का आदेश हुआ है, लेकिन आज दिनांक तक बीएमओ ने डॉ. राजपूत को ऊमरी रिलीव न कर वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश की अव्हेलना की है।