ग्राम पंचायत चंदोखर के ग्रामीणों ने कहा- घर के बाहर करना पड़ता है अंतिम संस्कार

मरघट और चरनोई की जमीन पर दबंगों का कब्जा, ग्रामीणों ने कब्जा हटवाने कलेक्टर से लगाई गुहार

भिण्ड, 17 दिसम्बर। जनपद गोहद की ग्राम पंचायत चंदोखर अपने भ्रष्टाचार व अनैतिक कार्य के लिए जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है, मगर जिले के किसी भी अधिकारी ने इस पंचायत की होने वाली शिकायत व पंचायत में हुए भ्रष्टाचार को गंभीरता से नहीं लिया है। ग्राम वासियों ने गांव में दबंगों के आतंक के खिलाफ जिलाधीश भिण्ड से शिकायत की है।

शिकायती आवेदन के अनुसार शिकायतकर्ता ग्राम चंदोखर के निवासी होकर कृषि पेशा व्यक्ति है। प्रार्थी के मौजा में भूमि सर्वे क्र.1110, 1111, 1884, 1885 एवं अन्य चक चंदोखर एवं लोहरी के पुरा पर स्थित शासकीय चरनोई भूमि पर गांव के बाहूबली एवं प्रभावशाली व्यक्ति अनिल सिंह तोमर उर्फ मुनैया पुत्र अरुण सिंह तोमर, अजीत सिंह पुत्र कृष्णपाल सिंह तोमर, दुर्गेश सिंह पुत्र लोकेन्द्र सिंह तोमर उर्फ छौना ने कथित शासकीय भूमि एवं प्राथमिक विद्यालय चंदोखर के पीछे की शासकीय भूमि को जोतकर फसल की बुवाई कर दी है। जिस पर पूर्व में धान की फसल खड़ी हुई थी और वर्तमान में गेंहू और सरसों की फसल खड़ी हुई है, जिसमें से कुछ शासकीय भूमि ग्राम पंचायत द्वारा मजरा लोहरी का पुरा का मरघट स्वीकृत किया है। किंतु उक्त लोग शासकीय भूमि से अपना कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। जिससे गांव के आवारा पशुओं को चरने के लिए कोई चरनोई भूमि नहीं बची है और लोहरी के पुरा के लोगों को श्मशान के अभाव में अपने-अपने घर के सामने ही अंतिम संस्कार करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। गांव वासियों ने जिलाधीश ने न्याय की उम्मीद व दबंगों के आतंक से गांव की चरनोई भूमि व शमशान भूमि को मुक्त कराने का आग्रह किया है।
कलेक्टर को पत्र सौंपने वालों में ग्राम पंचायत चंदोखर के सचिव रामवीर सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह चौहान, सुघर सिंह पुत्र फूलसिंह कुशवाह, संतोष सिंह पुत्र बहादुर कुशवाह एवं अन्य ग्रामवासी प्रमुख हैं।