मेहगांव में चल रही रामलीला का रामराज्य स्थापना एवं कन्याभोज के साथ हुआ समापन
भिण्ड, 11 नवम्बर। श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामदास जी महाराज दंदरौआ सरकार की अध्यक्षता में मेहगांव चल रही रामलीला के शताब्दी समारोह-2022 का समापन रामराज्य की स्थापना के साथ हुआ। इस अवसर पर हवन एवं कन्याभोज का आयोजन किया गया। गुरुवार की शाम को रामलीला का शुभारंभ प्रभु श्रीराम की आरती के साथ हुआ। आरती अभिजीत चौधरी उपाख्य, मनु चौधरी सुपुत्र मुकेश चौधरी प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा तथा लज्जाराम, हरीप्रसाद दीक्षित, सेवा ट्रस्ट के संचालक श्रीकृष्ण दीक्षित, उपाख्य गट्टू भैया तेजपुरा की ओर से पत्रकार गणेश पाराशर ने की।

लीला का मंचन रावण के दरवार से हुआ, जिसमें वह अंतिम और निर्णायक युद्ध का मन बनाकर युद्धभूमि में उपस्थित होता है और राम को युद्ध के लिए ललकारता है, प्रभु राम युद्ध को ही अंतिम समझकर युद्ध के लिए तैयार होते हैं किंतु रावण मरता नहीं है। विभीषण के बताने पर राम रावण की नाभि में वाण मारकर उसका अमृत कुण्ड सोख लेते हैं और रावण युद्ध भूमि में मारा जाता है। राम लौटकर अयोध्या आते हैं और गुरुदेव वशिष्ठ प्रथम तिलक कर रामराज की घोषणा करते हैं। रामलीला में वशिष्ठ की भूमिका में वनखण्डेश्वर महाराज के पुजारी ने रामराज्य के लिए प्रथम तिलक किया। इसके बाद सभी समिति सदस्यों ने राम दरबार की आरती की और हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम को एक वर्ष के लिए विश्राम दिया। सभी समिति सदस्यों ने श्रद्धेय दंदरौआ सरकार के जयकारों के साथ समिति अध्यक्ष से शुभाशीष की याचना की।







