ग्रामीणजनों को दी एक्ट एवं विधिक सहायता की जानकारी

विधिक जागरुकता से सशक्तिकरण एवं हक हमारा के तहत विधिक जागरुकता शिविर आयोजित

भिण्ड, 05 नवम्बर। प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड अक्षय कुमार द्विवेदी के आदेशानुसार एवं जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुनील दण्डौतिया के मार्गदर्शन में जिला भिण्ड में विधिक जागरुकता के माध्यम से नागरिकों का सशक्तिकरण एवं ‘हक हमारा भी तो है’ अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इसी क्रम में लहार विकास खण्ड के ग्राम भीकमपुरा में आयोजित विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर में आशीष कुमार मिश्रा अपर जिला न्यायाधीश तहसील न्यायालय लहार ने ग्रामीणजनों को अजा एवं जजा कानून जैसे-एससी एसटी एक्ट आदि की जानकारी देते हुए बताया कि संविधान के अंतर्गत समाज का हर व्यक्ति बराबर है तथा उसे एक सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार है। यह अधिकार किसी की जाति, धर्म या वर्ग विशेष से संबंधित नहीं है बल्कि यह हर सामान्य नागरिक को प्राप्त हंै। इसके अतिरिक्त यदि कोई व्यक्ति किसी से छुआछूत का व्यवहार करता है या जाति सूचक शब्दों का प्रयोग अभद्र तरीके से करता है तो उसे कानून में दण्डित करने का प्रावधान है।
आउटरीच अभियान के अंतर्गत गठित टीमों द्वारा ग्राम सिंगपुरा, पुर, लावन, चंदूपुरा, गौना, गौरा, गोपालपुरा में पहुंचकर ग्रामीणजनों को नि:शुल्क विधिक सहायता योजना, मध्यस्थता योजना, आगामी लोक अदालत आदि की जानकारी दी गई तथा पेम्पलेट वितरित किए गए। हक हमारा भी तो है अभियान के अंतर्गत तहसील लहार, गोहद, मेहगांव में गठित फील्ड टीमों द्वारा उपजेलों में पहुंचकर बंदियों से पूछताछ कर 50 इन्फोर्मेशन कार्ड जारी किए गए तथा उन्हें नि:शुल्क विधिक सहायता योजना की जानकारी देकर विधिक सहायता प्रदाय किए जाने हेतु आवेदन भी प्राप्त किए गए।

11 तक चलेगा जागरुकता अभियान

विधिक जागरुकता से सशक्तिकरण एवं ‘हक हमारा भी तो है’ अभियान 11 नवंबर तक चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत डोर-टू-डोर कैम्पेन एवं जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन निरंतर किया जाकर समाज के वंचित वर्ग तक पहुंचाकर उसे कानूनी रूप से साक्षर कर उन्हें समाज के निर्माण में एक अहम कड़ी बनाना है। साथ ही उन्हें अन्याय और न्याय में फर्क समझाते हुए उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरुक करना है, जिससे कि वे स्वयं सशक्त बनते हुए एक सशक्त एवं जागरुक समाज का निर्माण कर सकें।