रामलीला में धनुष यज्ञ, राम विवाह, लक्ष्मण-परशुराम संवाद का हुआ भव्य मंचन
भिण्ड, 31 अक्टूबर। श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामदास जी महाराज दंदरौआ सरकार की अध्यक्षता में चल रही रामलीला में पहुंची आरती मुरैना जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती आकाश गुर्जर पुत्रबधू भगीरथ सिंह गुर्जर भैया ने आरती उतारी।
रामलीला में राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के विवाह के लिए धनुष यज्ञ का आयोजन किया, जिसमें कई देशों के राजाओं ने अपना बल दिखाया, परंतु धनुष को उठाना तो दूर रहा उसे हिला भी न पाए, तब राजा जनक ने बड़े भावुक होकर कहा कि धरती पर कोई क्षत्रीय नहीं है, तब लक्ष्मण जी क्रोध कर बोले- हे जनक आपकी सभा में प्रभू राम जैसे योद्धा बैठे हैं ये आपने अनुचित वचन कैसे कहे, तब गुरू विश्वामित्र के आदेश से भगवान श्रीराम ने धनुष तोड़कर सीता से विवाह किया। इसी बीच रावण-वाणासुर संवाद हुआ, रावण ने प्रतिज्ञा की कि एक दिन सीता को लंका जरूर दिखलाऊंगा। फिर लक्ष्मण-परशुराम संवाद हुआ।