गोहद के दानवीर लक्ष्मीनारायण लोहिया का निधन

भिण्ड, 24 अगस्त। गोहद के दानवीर लक्ष्मीनारयण लोहिया उर्फ धोतीवाला सेठ का मुम्बई में निधन हो गया। जिनका जुनून अपनी जन्मभूमि से इतना लगाव था कि अपने नाम के आगे गोहद वाले लिखना पसंद करते थे। 25 फरवरी 1929 को बड़ा बाजार में श्री गयासिराम श्रीमती जनकीदेवी लोहिया के यहां जन्म हुआ, उनके बड़े भाई बाबूलाल लोहिया थे, उनका जीवन काफी संघर्ष में गुजरा वो काफी प्रतिभाशाली थे, गोहद की जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो हमारे नगर की विशेष पहचान हो यह उनकी प्राथमिकता थी, वो सन 1966 से 1971 तक गोहद नगर पालिका अध्यक्ष रहे। उस समय गोहद का मुख्य बाजार की सड़क कच्ची थी, गोहद में प्रथम खरंजा सड़क उनके ही कार्यकाल में निर्मित हुई, गोहद के बच्चों को उच्च शिक्षा अध्ययन के बाहर न जाना पड़े इसके लिए गोहद के समाजसेवी ने शा. महर्षि अरविंद महाविद्यालय की बड़ा बाजार में नींव रखी, जिसमें उनका महत्वपूर्ण योगदान था। सन 1972 में वो मुंबई पहुंच गए, यहां उनका लोहे का कारोबार था, उनके तीन लड़किया श्रीमती पुष्पा वंसल, श्रीमती मालती गुप्ता एवं श्रीमती मंजू गुप्ता है।
श्री लक्ष्मीनारायण लोहिया ने मानव हित के लिए सदैव तत्पर रहते थे, गोहद शासकीय अस्पताल में दो मंजिल ओपीडी, जनरल वार्ड की दूसरी मंजिल जो आज जिले की सबसे सुंदर बिल्डिंग में गिना जाता है, यह लोहिया जी के आर्थिक सहयोग से ही निर्मित हुआ। फोहड़ विश्वनाथ घाट भगवान शिव की आदमकद प्रतिमा, नगर में स्थान-स्थान पर नलकूप खनन लोहिया जी ने गोहद में ही नहीं, मुरैना, मुरार, कैंसर अस्पताल ग्वालियर, ऋषीकेश, आगरा सहित अनेक स्थानों पर दान दिया है। लोहिया के निधन पर गोहद में शोक व्याप्त है।