बाढ प्रभावित गांवों की समस्या का हो स्थाई समाधान : कटारे

भिण्ड, 02 अगस्त। मप्र विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष एवं अटेर विधायक हेमंत कटारे ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कर उनको पत्र सौंपकर मांग की है कि अटेर विधानसभा में प्रतिवर्ष बाढ आने से लोगों का काफी नुकसान होता है, इसके लिए कोई स्थायी समस्या का समाधान निकाला जाना चाहिए।
कटारे ने कहा कि कोटा बैराज से पानी छोडे जाने के बाद चंबल में हर वर्ष बाढ के हालात निर्मित होते हैं, जिससे अटेर विधानसभा के कई गांव बाढग्रस्त हो जाते हैं, अभी क्वारी एवं चंबल नदी में अतिवर्षा एवं कोटा बैराज से पानी छोडे जाने के कारण अटेर विधानसभा के लगभग 3 दर्जन के तकरीबन गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें अभी जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसलिए सरकार से मांग है कि खेराट से लेकर मुकुटपुरा एवं देवाला होते हुए अटेर तक एक ब्रिज का निर्माण होना चाहिए, जिससे वर्षाकाल में लोगों के आवागवन में कोई परेशानी न हो। जिन गांवों में प्रतिवर्ष बाढ आने के कारण लोगों को परेशानी होती है, उन लोगों के लिए उचित स्थान का चयन कराकर विस्थापन व्यवस्था कराना चाहिए पिछले वर्ष भी बाढ आने से हुए नुकसान का आज तक लोगों को मुआवजा नहीं मिला है।
इस वर्ष फिर बाढ की आपदा के लोगों के सिर पर आ गई इसलिए पहले से लेकर अभी तक जो भी लोगों का नुकसान हुआ है, उसका आंकलन कराकर जल्द से जल्द मुआवजा दिलाना चाहिए तथा जिन गांवों में अभी बाढ के हालात बने हैं, उन गांवों में प्रशासन को स्वास्थ्य संबंधी एवं लोगों के भरण पोषण का इंतजाम करना चाहिए। जिन गांवों में गर्भवती महिलाएं हंै एवं जो लोग गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं उनके लिए उचित व्यवस्था कर शहर में डॉक्टरों की देखरेख में रखने की व्यबस्था की जाना चाहिए। अभी लगभग 3 दर्जन गांवों में बाढ आने से पशुओं के लिए किसानों के पास रखा भूसा एवं अन्य उनके खाने की सामग्री नष्ट हो गई उसके लिए प्रशासन को व्यवस्था करनी चाहिए, बाढ आने एवं अतिवर्षा होने से किसानों की फसल का भारी नुकसान हुआ है। बिना सर्वे कराए किसानों को 100 प्रतिशत मुआवजा राशि दिलवाई जाए।
बाढ आने से अटेर क्षेत्र के प्रभावित गांव
क्वारी नदी में बाढ आने से अटेर क्षेत्र के प्रभावित होने वाले गांव मल्लपुरा, निवारी, महेवा, बगुलरी, परा, जवासा, कमई, कमई का पुरा, जनोरा, सोई, देहरा, डिडी, खडीत, खड़ेरी, सौरा, मौरा, बघेडी, खरिका, रिदौली, कनकूरा, मिरचौली, बहरराय का पुरा आदि गांव हैं। चंबल नदी में बाढ आने से खैराट, चिलोंगा, मुकुटपुरा, देवाला, अटेर, दिन्नपुरा, मघारा, नखलोली की मडैया, रमा कोट, नरीपुरा, ज्ञानपुरा सहित आदि गांव प्रभावित।