– मुनि ससंघ का हुआ भव्य मंगल प्रवेश, जैन समाज के साथ विधायक ने की अगवानी
भिण्ड, 12 जुलाई। समाधि सम्राट गणाचार्य विराग सागर महाराज, पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज के शिष्य मेडीटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज गुरु आज्ञा एवं सकल जैन समाज के निवेदन से नगर में चातुर्मास करने पधारे तो विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह सकल जैन समाज के साथ मुनिराज की आगवानी करने सुबह अटेर रोड पहुंचे, वहां विधायक ने भक्तों के साथ मुनिराज का पाद प्रक्षालन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं द्वारा जगह-जगह स्वागत द्वार लगाए गए। साथ भक्ति डांडिया, आरती, बैण्ड बाजों की मधुर ध्वनि के साथ नृत्य करते हुए चल रहे थे। मुनिराज का भव्य मंगल प्रवेश अटेर रोड, पुस्तक बाजार, बताशा बाजार, गोल मार्केट, सदर बाजार होते हुए बद्रीप्रसाद की बगिया पहुंचे। वहां पर पंडाल का उद्घाटन सरिता टीपू जैन, विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह आदि ने किया।
इस अवसर पर मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज ने प्रवचनों में कहा कि क्षुल्लक अवस्था सन 2019 चैत्यालय जैन मन्दिर बताशा बाजार में चातुर्मास किया और बीच में कई बार बेदी प्रतिष्ठा, शिखर कलश स्थापना एवं पंचकल्याणक आदि कार्यक्रम के लिए आता रहा, यहां के भक्तों की भक्ति और गुरू के अधूरे कार्य पूर्ण करने गुरू आज्ञा लेकर चातुर्मास करने आया हूं। हम सभी लोग भगवान महावीर स्वामी के सामोशरन स्थल पर बैठे हैं, जो 2500 वर्ष पूर्व संदेश देकर गए थे, उनकी गाथाएं सुनाने आया हूं। उन्होंने कहा कि जो श्रावक दिगंबर साधु को बिहार करा लेता है उसे सम्मेद शिखर की वंदना के बराबर फल मिलता है, क्योंकि वहां से अनंता अनंत साधु मोक्ष को गए थे। भिण्ड एक ऐसी जगह है जहां से लगभग 90 भक्तों ने दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग को चुना, हमारे गुरू समाधि सम्राट गाणाचार्य विराग सागर महाराज ने सात चातुर्मास कर 90 साधुओं को मोक्ष मार्ग का रास्ता दिखाया, जो आज हिन्दुस्तान के अनेक प्रांतों में धर्म की ध्वजा लहरा रहे हैं, इस नगरी का यह अनोखा चातुर्मास होगा, जिसमें बिना बोली के पहले ही कलशों को बुक करा दिया। इसीलिए इसका नाम आकर्षणमय वर्षा योग रखा गया है।
मुनिराज ने कहा कि साधु का आना मंगल, जाना मंगल, जहां बैठेंगे वहां भी करेंगे मंगल, तभी तो साधु के जाते समय भी मंगल विहार लिखा जाता है और जब आते हैं तो मंगल प्रवेश लिखा जाता है, आप सभी का बहुत बडा सौभाग्य है कि नगर में साधु चातुर्मास कर रहे हैं, क्योंकि महावृत्ति जब वचन देता है तो प्राण भी चले जाएं किंतु वचन को निभाते हैं, गुरू आज्ञा से दिन, समय निश्चित करता हूं, उनकी आज्ञा का पालन करते हुए आज आपकी नगरी में कुछ लेकर आया हूं, यहां भक्तों को जिनवाणी की दो बूंद कान में डालने आया हूं, 20 वर्ष पूर्व यहां चातुर्मास किया वह बीज आज फसलें बनी हैं, उन फसलों की नसलों को सुधारने आया हूं, जिसमें स्वाध्याय बच्चों की क्लास आदि समय-समय पर लगाकर बच्चों को पदाने आया हूं।
विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि आज बहुत खुशी का दिन है जिन्होंने धर्म का जागरण पूरे भारतवर्ष के साथ बरासों को स्वर्ग बना दिया। आपने कभी कल्पना नहीं की थी पहले कैसा था और अब कैसा है, मुनिराज ने उसे महातीर्थ बना दिया, ऐतिहासिक पंच कल्याणक और गजरथ महोत्सव हुआ। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर भी आए और सभी का सहयोग रहा। उन्होंने कहा कि जिस शहर में साधु संत वर्षा योग चातुर्मास करते हैं वह शहर धर्ममय हो जाता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों द्वारा भक्तिमय मंगलाचरण, पाद प्रक्षालन एवं शास्त्र भेंट नरेश जैन मुंबई परिवार द्वारा किया गया। इस अवसर पर जगदीश जैन दद्दा, रतनलाल जैन, राजीव जैन, अशोक जैन कक्का, महेश पहाडिया, रमेश जैन बिरगवा, संजीव जैन बल्लू, राजेन्द्र जैन, प्रभास जैन, पार्षद मनोज जैन, यश जैन, बिट्टू जैन, अनिल जैन, विनोद जैन, विमल जैन, इंजीनियर राकेश जैन पवैया, चक्रेश जैन, नरेश जैन, भाजपा नेता रामावतार शिवहरे, सामाजिक संगठन की महिला मण्डल सहित तमाम महिला, पुरुष और बच्चे उपस्थित थे।
विहसंत सागर महाराज की कलश स्थापना रविवार को
मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज की कलश स्थापना कार्यक्रम रविवार को बद्रीप्रसाद की बगिया में आयोजित किया जाएगा। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में पार्षद मनोज जैन ने बताया कि विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्व साम्य सागर महाराज की मंगल कलश स्थापना कार्यक्रम बद्रीप्रसाद की बगिया में 13 जुलाई रविवार को सुबह 11 बजे होगा एवं कलश की स्थापना पवैया जैन मन्दिर नं.एक स्कूल के सामने होगी। जिसमें सभी भक्तों को पीली सरसों लाने के लिए मुनिराज ने कहा है।