भगवान की बाल लीलाओं से वातसल्य भाव प्रगट होता है : शास्त्री

– ग्राम खेरा में खार बाले बाबा चल रही है श्रीमद् भागवत कथा

भिण्ड, 01 जून। गोरमी तहसील के ग्राम खेरा स्थित क्वारी नदी के किनारे सिद्ध स्थान खार बाले बाबा पर चल रही श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस रविवार को कथा व्यास धर्मगुरू पं. देवनारायण शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया।

उन्होंने कहा कि भगवान की बाल लीलाएं समस्त संसार में प्रेम रस की लीला हैं। इनको सुनने मात्र से मनुष्य के अंदर भगवान के प्रेम-वात्सल्य और स्नेह की जागृत होती है। जो परमात्मा की बाल लीला सुनकर मंत्र मुक्त होते हैं, उनको परम गति प्राप्त हो जाती है। बाल लीला और रासलीला श्रीमद् भागवत कथा का सार है, यह परमात्मा की मनोहर लीलाएं वात्सल्य से भी हुई हैं। कथा में परीक्षित राममूर्ति रामनिवास जोशी, दशरथ प्रसाद जोशी, जगदीश जोशी, जगदीश दीक्षित एडवोकेट, शिवकुमार जोशी, नवीन भूरे जोशी, विनोद जोशी, अजय पुरोहित, राजीव शर्मा, रामकुमार शर्मा, अजय शर्मा, रिंकू जोशी, राजू जोशी, बृजकिशोर जोशी सहित सैकडों श्रोतागण उपस्थित रहे।