– अनुसूचित जाति की महिला होने की वजह झूठी शिकायतें कर मानसिक रूप से प्रताडित कर व्यक्तिगत लाभ लेने के प्रयास में है उपाध्यक्ष
भिण्ड, 28 जनवरी। नगर पालिका गोहद में इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है, एक तरफ नगर पालिका उपाध्यक्ष सुनील कांकर नगर पालिका अध्यक्ष पर मनमानी करने की शिकायतें कर रहे हैं। दूसरी तरफ नगर पालिका अध्यक्ष मंजू जगदीश माहौर ने प्रेस वार्ता कर उपाध्यक्ष द्वारा लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताया और अनुसूचित जाति की महिला अध्यक्ष होने के नाते उन पर मानसिक प्रताडित करने व राजनीति व सामाजिक छवि धूमिल करने के लिए झूठे आरोप लगाने की बात कही।
नगर पालिका अध्यक्ष मंजू जगदीश माहौर ने बताया कि कुछ विरोधियों को गोहद नगर का विकास पच नहीं रहा है। मैं अपनी परिषद के सहयोग से गोहद नगर पालिका को एक आदर्श नगर पालिका बनाने का प्रयास कर रही हूं। मैं लगातार गोहद की जनता जनार्दन से किए हुए वायदे को निभाने का हरसंभव प्रयास कर रही हूं और गोहद नगर को विकसित नगर बनाने का प्रयत्न कर रही हूं। मैं नगर पालिका में अपनी परिषद व अधिकारियों के सहयोग से सर्वसम्मति से एजेंडा तैयार कर प्रकिया में लाती हूं। नगर पालिका के उपाध्यक्ष सुनील कांकर मुझसे व्यक्तिगत ईष्र्या रखते हैं, मैं अनुसूचित जाति से आती हूं, इसलिए उपाध्यक्ष मुझ पर दवाब बनाकर अपने हिसाब से नगर पालिका चलवाना चाहते हैं और खुद व अपने लोगों को व्यतिगत लाभ पहुंचना चाहते हैं, उन्होंने कई बार मेरी सार्वजनिक बेइज्जती व अभद्रता की, जिस पर उन पर प्रकरण भी दर्ज किया गया। उन्होंने मेरे पति पर भी हमला किया, वो मुझ पर दवाब बनाने के लिए मेरी व परिषद के खिलाफ झूठी शिकायत करके मुझको मानसिक रूप से प्रताडित कर रहे हैं, जिससे शहर के विकास अवरुद्ध हो जाए। मैंने नगर पालिका उपाध्यक्ष का हमेशा सम्मान किया है और मैंने नगर पालिका का निर्विवाद चलाने के लिए उनका सहयोग भी मांगा। लेकिन उनका कोई सहयोग नहीं मिला। मैं बताना चाहती हूं कि शहर के विकास को में अवरुद्ध नहीं होने दूंगी, चाहे कोई भी मुझ पर कितने भी मनगढत आरोप लगाते रहें, मैं नगर पालिका उपाध्यक्ष व शहर के विकास के विरोधियों के मंसूबे कामयाब नहीं होने दूंगी। चाहे वो मुझ पर कितना भी व्यक्तिगत हमला कर लें। मैं नगर पालिका उपाध्यक्ष के झूठे आरोपो का खण्डन करती हूं। मैं इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से करूंगी और मुझ पर झूठे आरोप लगाने व मेरी छवि को धूमिल करने के लिए में उपाध्यक्ष पर मानहानि का प्रकरण दर्ज करवाने के लिए न्यायालय की शरण भी लूंंगी। लेकिन शहर के विकास को रोकने वालों के मंसूबे कामयाब नहीं होने दूंगी।