मिहोना, 06 दिसम्बर। आदर्श रामलीला समिति के तत्वावधान में नगर मिहोना में आयोजित रामलीला के भव्य मंचन ने दर्शकों का दिल जीत लिया। रामलीला में लक्ष्मण और मेघनाथ के बीच हुए संवाद और युद्ध के आकर्षक चित्रण ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इस आयोजन में आज की आरती लहार विधानसभा के विधायक अम्बरीश शर्मा के अनुज अखलेश शर्मा बंटू, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रामकुमार महते, अरविंद मिश्रा, लल्लू दद्दा, बांके पाराशर और अरविंद भारद्वाज कक्का ने की।
रामलीला मंचन के दौरान लक्ष्मण और मेघनाथ के बीच बाणों की बौछार के साथ घनघोर युद्ध का प्रदर्शन हुआ। युद्ध के अंतिम चरण में मेघनाथ ने अपनी ब्रह्मशक्ति का उपयोग कर लक्ष्मण को मूर्छित कर दिया। यह दृश्य दर्शकों को अत्यंत भावुक कर गया। मूर्छित लक्ष्मण को हनुमान जी भगवान राम के पास ले गए और यह खबर सुनकर भगवान राम विलाप करते हुए बोले, मेरे लखन दुलारे, बोल कछु बोल। राम का यह विलाप सुनकर दर्शकों की आंखें नम हो गईं।
इसके बाद विभीषण ने भगवान राम को सुषेण वैद्य का पता बताया। वैद्य के निर्देश पर हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने द्रोणागिरी पर्वत पहुंचे। रास्ते में उन्होंने कालनयंम राक्षस का वध किया और संजीवनी बूटी पहचान न पाने पर पूरा पर्वत ही उठा लाए। इस दौरान हास्य कलाकार पंचम अलबेला ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को हंसा-हंसाकर खूब ठहाके लगवाए। कार्यक्रम के संयोजक समाजसेवी किरन दद्दा और समिति अध्यक्ष संतोष बोहरे ने बताया कि रामलीला के मंचन में प्रतिदिन सैकडों दर्शक शामिल हो रहे हैं। समिति के उपाध्यक्ष रामकुमार सेंथिया, अजय चौधरी, महामंत्री ओपी पचौरी, पवन कुमार शुक्ला और हरीबाबू निराला ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आयोजन ने रामायण के मूल्यों और चरित्रों को जीवंत करते हुए समाज में भक्ति और सेवा का संदेश फैलाया।