न्यूनतम मजदूरी की बढ़ी हुई दरों पर एरियर सहित भुगतान करने की मांग की
भिण्ड, 02 जनवरी। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू के पदाधिकारी मण्डल की बैठक मंगलवार को मानसरोवर होटल मालनपुर में आयोजित की गई। जिसमें सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी एवं सीटू जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित थे।
उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि विपक्षी सांसदों को संसद से बर्खास्त करने के परिणाम दिखने लगे हैं, मोटर व्हीकल एक्ट कानून काफी लंबे समय से राज्यसभा में पेंडिंग था, विपक्षी इस जन विरोधी कानून को रोके हुए थे, मगर उसको पास करने के लिए भाजपा सरकार ने विपक्षी सांसदों को बर्खास्त किया और फिर उसे पारित कर दिया। सारे लोग जानते हैं कि कोई भी ड्राइवर जान-बूझकर एक्सीडेंट नहीं करता, लेकिन दुर्भाग्यवस अगर कोई एक्सीडेंट हो जाए तो कानून में कहा गया है कि ड्राइवर गाडी छोडकर भाग गया तो उसे 20 साल की सजा होगी, अब 20 साल की सजा से बचने के लिए ड्राइवर अगर गाडी छोडकर नहीं भागता है तो उसे जनता मार डालेगी। ड्राइवर को गाडी चलाना है तो यह माना जाना चाहिए कि अगर कहीं एक्सीडेंट हो गया तो या तो उसको 20 साल की सजा होनी है या उसकी मौत ही उसके सामने विकल्प है।
इससे यह साफ लगता है कि गैर जिम्मेदार अनपढ लोगों को सत्ता में बिठाने का क्या परिणाम होता है, सरकार में बैठी भाजपा उन बीमा कंपनियों को जो एक्सीडेंट के लिए बीमा करते हैं उनकी बीमा कंपनियों के मालिकों को छप्पर फाड मुनाफा दिए जाने के लिए देशभर के ड्राइवरों को दाव पर लगा रही है। सीटू ने देशभर के ड्राइवर की हडताल का पूरी ताकत के साथ समर्थन किया है।
सीटू नेता शर्मा ने बताया कि वेतन पुनरीक्षण का काम हर पांच वर्ष में किया जाता है, लेकिन मप्र की सरकार ने 2014 से ना तो वेतन पुनरक्षण के लिए श्रम संगठनों की बैठक बुलाई और ना ही वेतन पुनरक्षण हेतु कार्रवाई की। सीटू ने 2023 में लगातार यह मांग की कि कानूनन पांच साल में वेतन पुनरक्षण की बैठक होना चाहिए, लेकिन नौ साल होने जा रहे हैं, इस सरकार ने कुछ नहीं किया है, तो आनंन-फानन में उन्होंने गजट नोटिफिकेशन कर वेतन पुनरीक्षण की घोषणा कर दी है। बैठक में सरकार की इस बदनीयती की आलोचना करते हुए कहा है कि न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए दिया जाना चाहिए और वर्तमान में जो घोषणा की गई है, उसके अनुसार पिछले तीन वर्ष का एरियर सहित श्रमिकों को भुगतान किया जाना चाहिए, इस मांग को लेकर तीन जनवरी को मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र एवं भिण्ड के श्रमिकों की ओर से मानसरोवर पर एकत्रित हो कर जुलूस निकाल कर विकास भवन पर श्रम पदाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा। प्रदर्शन में सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे। सीटू जिला महासचिव अनिल दौनेरिया, जिलाध्यक्ष विनोद सुमन, जिला उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह सेंगर, मालनपुर क्षेत्रीय कमेटी के अध्यक्ष चोखेलाल, उपाध्यक्ष हरगोविन्द जाटव, श्रीलाल माहौर, लायकराम कुशवाह, रामगोपाल वाल्मीक, नरेन्द्र सिंह, शारूख खान, रिंकू गुर्जर, सीमा सिंह, समीना, सुनील, सतीश लिटोरिया, महेश गोस्वामी, नरेश गुर्जर आदि ने श्रमिकों से आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है।