गर्मियों में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो : राजपूत

प्रभारी मंत्री ने ली विभागीय समीक्षा बैठक

भिण्ड, 11 मार्च। गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए सुनिश्चित किया जाए कि पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो, नल-जल योजना की लगातार समीक्षा की जाती रहे। यह बात राजस्व एवं परिवहन तथा जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कलेक्ट्रेट भिण्ड में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में कही। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, सांसद श्रीमती संध्या राय, पाठ्य पुस्तक विकास निगम के अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ, संत रविदास हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम के अध्यक्ष रणवीर सिंह जाटव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कामना सिंह भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया, कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान, अपर कलेक्टर जेपी सैयाम, एसडीएम भिण्ड-अटेर उदयसिंह सिकरवार, लहार आरए प्रजापति सहित अन्य जिला अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने पीएचई, महिला एवं बाल विकास एवं खाद्य विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि गर्मी को देखते हुए ऐसी व्यवस्था की जाए कि पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो। नलजल योजना की विस्तृत समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाए। महिलाओं के फार्म भरने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
प्रभारी मंत्री ने खाद्य विभाग की समीक्षा करते हुए जानना चाहा कि जिले में कितनी उचित मूल्य की दुकानें संचालित हैं और रबी विपणन अंतर्गत समर्थन मूल्य पर पंजीयन की जानकारी प्राप्त की। जिस पर जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में अभी तक 7281 समर्थन मूल्य पर विक्रय हेतु पंजीयन किसानों के किए जा चुके हैं। गेहूं का समर्थन मूल्य 2125, सरसों का 5450, चना का 5335 एवं मसूर का छह हजार रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है।