गणाचार्य विराग सागर महाराज संघ ने की आगवानी
भिण्ड, 25 दिसम्बर। गणाचार्य विराग सागर महाराज के शिष्य मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्वसूर्य सागर महाराज श्री1008 भगवान अजितनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र बरही जैन मंदिर में सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं भगवान के मानस्तंभ एवं मूलनायक अजितनाथ भगवान के महा मस्तकाभिषेक एवं रथयात्रा के पश्चात पद विहार करते हुए रात्रिकालीन फूप ग्राम में विश्राम के बाद शनिवार को पद विहार करते हुए इटावा रोड से नगर में मंगल प्रवेश किया।
इस अवसर पर श्रद्धालु जगह जगह पाद प्रक्षालन एवं आरती करते हुए चल रहे थे। नगर के सामाजिक संगठनों गुरू सेवा परिवार द्वारा चौराहे के पास 11 थालियों में पाद प्रक्षालन किया। वहीं पर गणाचार्य विराग सागर महाराज के अन्य शिष्यों, मुनिराजों, आर्यिकाओं ने विहसंत सागर महाराज की आगवानी की। मुनिराजों ने विहसंत सागर महाराज को गले लगाकर अभिवादन किया वहां से बताशा बाजार स्थित चैत्यालय जैन मंदिर पहुंचे वहां पर गणाचार्य विराग सागर महाराज को नमोस्तु कहकर तीन बार प्रदक्षिणा कर महाराजश्री का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर गणाचार्य विराग सागर महाराज ने कहा कि विहसंत सागर महाराज का आगमन हो गया है 13 जनवरी से 17 जनवरी तक पंचकल्यिाणक प्रतिष्ठा गजरथ महोत्सव की तैयारियां जोर शोर से हों, जिससे यह महोत्सव ऐतिहासिक हो सके। वहां पर उपस्थित मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने कहा कि गुरू का जिस पर आशीर्वाद हो वह ऊंचाईयों तक तो जाएगा ही और पंचकल्याणक महोत्सव इतिहास में अपना नाम दर्ज कराएगा। मेला परिसर के गजरथ महोत्सव की तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हंै। शीघ्र ही सारे पात्रों का चयन होकर फलेक्स बनकर तैयार होगें और जगह जगह लगाए जाएंगे।