कम दामों में बाजार में फसल बेचने को मजबूर किसान
भिण्ड, 09 दिसम्बर। मप्र की शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा किसानों की बाजरा एवं ज्वार की एमएसपी पर खरीद का ऐलान 22 नवंबर से किया गया था। लेकिन गोरमी क्षेत्र में जहां तीन खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं, लेकिन अभी दिनांक तक इन खरीदी केन्द्रों पर किसानों की बाजरा एवं ज्वार की ना तो खरीदी प्रारंभ की गई है और ना ही किसानों के पास कोई मैसेज आया है। इस वजह से परेशान किसान जिला सहकारी बैंक गोरमी शाखा पर एवं खरीद केन्द्र पर चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन खरीदी केन्द्रों पर अभी तक ना तो बाहर दाना आया है और ना ही कोई व्यवस्था किसानों के लिए की गई है। जिस कारण किसान बाजार में कम दाम पर ही अपनी फसल बेचने को मजबूर हैं। किसानों को खाद एवं गेहूं का बीज भी खरीदना है, घर परिवार में शादियों का भी माहौल चल रहा है, जरूरतों को पूरा करने की वजह से किसान मजबूरी में बाजर में अपनी फसल को कम दामों में बेच रहे हैं। लेकिन सरकारी अमला सरकार की महत्वाकांक्षी एमएसपी योजना को पलीता लगा रहा है, जिससे किसानों में बेहद नाराजगी है। स्थानीय किसान कन्हैया सिकरवार, किशन सिंह सिकरवार, सूरजभान खटीक, रामवीर पण्डित, देवेन्द्र सिसोदिया, मायाराम जाटव सहित कई किसानों का कहना है कि बाजरा, ज्वार की खरीद का हम लोगों के पास अभी तक न तो कोई मेसज आया है और न ही कोई खरीदी केन्द्र बना है। सरकार खरीद न करने के लिए कभी सेंपल का बहाना तो कभी आधार लिंक का बहाना ले रही हैं।
इनका कहना है-
ज्वार बाजरा की खरीदी शुरू नहीं हो पाई कबहुं सेंपल को तो कबहुं आधार कार्ड को बहानों बनाए दओ जाते, अगर ऐसे हतो तो सरकार ने रजिस्ट्रेशन काये करवाये? हम अपनी फसल बाजर में बेच देंगे सरकार रजिस्ट्रेशन तो हमाये रजिस्ट्रेशन के पईसा वापिस करवाये दें।
गब्बर सिंह सिकरवार, किसान गोरमी