भिण्ड, 02 दिसम्बर। माता-पिता परमात्मा का स्वरूप हैं। उनकी सेवा भगवान की सच्ची सेवा है। मां-बाप के चरणों में स्वर्ग होता है, उनकी सेवा और आशीर्वाद से हमे हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। उनका आदर-सम्मान करना हमारा पहला धर्म है। यह बात धीरज सिंह गुर्जर एनएसएस प्रभारी शिक्षक उत्कृष्ट विद्यालय भिण्ड के पिता स्व. भारत सिंह गुर्जर प्रधानाध्यापक की पंचम पुण्यतिथि के अवसर पर शिव प्रताप सिंह भदौरिया जिला समन्वयक जन अभियान परिषद ने कही।
उन्होंने कहा कि दंदरौआधाम में जन्मे सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी शिक्षक स्व. गुर्जर ने जीवन पर्यंत शिक्षा और समाज के विकास के लिए कार्य किया। चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर शिवभान सिंह राठौर ने कहा कि पिता से अच्छा गुरु और संरक्षक नहीं हो सकता। स्वार्थ लिप्तता और विदेशी कल्चर के प्रभाव से हम अपना पुत्र धर्म, नैतिकता और मानवीय दायित्व भूलते जा रहे हैं, इसीलिए पारिवारिक विघटन हो रहे है, वृद्धाश्रमों की संख्या बढ़ती जा रही है। हमें पिता की आज्ञा का पालन करते हुए उनके आदर्शों पर चलकर माता-पिता के अधूरे सपनों को पूरा कर एक सच्चे सपूत का धर्म निभाना चाहिए। कहते हैं-बाढ़हि पूत पिता के धर्मा, खेती उपजे अपने कर्मा। माता-पिता का आशीर्वाद ही जीवन में सुख शांति और समृद्धि प्रदान करता है। अपने पिता की पंचम पुण्यतिथि पर उनके पुत्र धीरज सिंह गुर्जर ने पत्नी के साथ जामना में संचालित दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र विमला देवी स्पेशल विद्या मन्दिर दिव्यांग छात्रों के बीच पहुंचे और उन्हें ऊनी वस्त्र, स्कूल बैग, ज्योमेट्री बॉक्स आदि भेंट किए तथा मिष्ठान एव फल वितरण कर उनके साथ बैठकर कार्यक्रम किया। इस अवसर पर उनकी धर्म पत्नी श्रीमती सुशीला देवी गुर्जर, पौत्र एवं पौत्री राघव, वेदिका, चाइल्ड लाइन कार्यकर्ता अन्नू तोमर, राघव सिंह राठौर, उमेश शर्मा, अनमोल, अजब सिंह, विशेष शिक्षिका रूबी तोमर, प्रधानाध्यापक सतेन्द्र सिंह राजावत एवं एनएसएस स्वयं सेवक अभय भदौरिया तथा हर्षित यादव आदि मौजूद रहे।