भिण्ड, 11 अक्टूबर। कलेक्टर भिण्ड के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास के निर्देशन में मिशन वात्सल्य के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शासकीय कन्या शाला मिहोना में किया गया। कार्यक्रम में कन्या शाला के प्राचार्य एवं अन्य स्टाफ, विद्यालय की सभी छात्राएं महिला बाल विकास से बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना, आउटरिच कार्यकर्ता दीपेन्द्र शर्मा, पोक्सो सपोर्ट पर्सन राहुल राजपूत उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बालिकाओं को किशोर न्याय अधिनियम की जानकारी देते हुए बताया कि उक्त अधिनियम एवं पॉक्सो अधिनियम संपूर्ण रूप से बालकों को संरक्षण प्रदान करते हैं, बालिकाओं के साथ होने वाली कोई भी घटनाएं जिनसे आपको असहज महसूस होता है, तत्काल परिजन को माता-पिता को बताएं। छोटी-छोटी घटनाओं की अनदेखी करना आपके लिए बड़ी समस्या बन सकता है तथा छोटी बातें भी नजर अंदाज ना करें, सही जगह उनकी रिपोर्ट करें। चाइल्ड हेल्पलाइन के बारे में जानकारी दी गई, 1098 पर साइबर हेल्पलाइन 1930 पोक्सो बॉक्स पर शिकायत करना एवं विभिन्न हेल्पलाइन नंबर की जानकारी के साथ प्रशिक्षण सामग्री भी प्रदान की। किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 के प्रावधानों को स्पष्ट करते हुए बताया कि बालक के प्रति क्रूरता अर्थात अनुशासन के नाम पर बालक के साथ जबरदस्ती नहीं की जा सकती है, इसे न्याय संगत नहीं बताया जा सकता। यदि इस प्रकार की घटना किसी के भी साथ होती है वह 1098, 112 पर सूचना दे सकते हैं।
कार्यक्रम के अगले चरण में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं हब की गतिविधियों के अंतर्गत बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत सभी छात्रों को जागरूक किया कि बाल विवाह अर्थात 18 वर्ष से कम आयु की लड़की और 21 वर्ष से कम आयु का लड़का यदि विवाह बंधन में आते हैं तो यह बाल विवाह की श्रेणी में आएगा और बाल विवाह होने अथवा होने की तैयारी की स्थिति में दोनों परिवार और विवाह से संबंधित समस्त स्टेकहोल्डर यदा धोबी, नाई, पंडित मौलवी गार्डन संचालक, बैण्ड अर्थात विवाह में किसी भी प्रकार से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संलग्न व्यक्ति भी उस अपराधी की श्रेणी में आएगा। सभी बालिकाओं को बाल विवाह मुक्त भारत के संबंध में शपथ दिलाई गई शपथ पत्र वितरित किया। कार्यक्रम में बालिकाओं द्वारा बाल विवाह के संबंध में विभिन्न जिज्ञासा एवं प्रश्न किए गए जिनका समाधान किया गया। अंत में प्रतियोगिता में सही जवाब देने वाली छात्राओं को पुरुस्कृत किया गया।