– दिल्ली और भोपाल में होगा जनआंदोलन, माफियाओं, अतिक्रमण और चुनाव आयोग की मनमानी पर गरजी लोसपा
भोपाल, 11 अक्टूबर। देश की राजनीति और सामाजिक सरोकारों के मुद्दों पर अब सियासी संग्राम तेज होने जा रहा है। लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को लोहिया सदन, भोपाल में संपन्न हुई। बैठक में देश और प्रदेश के कई अहम मुद्दों पर न सिर्फ गहन चर्चा हुई, बल्कि आंदोलन का रोडमैप भी तैयार कर लिया गया। पार्टी ने ऐलान किया कि राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर फरवरी 2026 में दिल्ली और प्रदेश स्तरीय मुद्दों पर दिसंबर 2025 में भोपाल में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष शंभूदयाल बघेल ने की, जबकि संचालन लोसपा के संस्थापक समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने किया।
अपने संबोधन में रघु ठाकुर ने वैश्विक स्तर पर दिए जा रहे नोबेल पुरस्कार पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि नोबेल पुरस्कार को लेकर जिस तरह की बयानबाजी और राजनीति हो रही है, उसने इसकी साख पर ग्रहण लगा दिया है। यह अब विश्व राजनीति के बड़े खिलाड़ियों के दांव-पेंच में उलझ गया है। उन्होंने इजराइल-हमास युद्ध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हालिया समझौता एक सकारात्मक संकेत है और उम्मीद की जानी चाहिए कि भविष्य में हिंसा न बढ़े। ठाकुर ने कहा कि गाजा के पुनर्निर्माण के लिए पूरी दुनिया को आगे आना चाहिए।
चुनाव आयोग और दो-दलीय राजनीति पर चिंता
ठाकुर ने भारत निर्वाचन आयोग पर आरोप लगाया कि चुनाव चिन्ह आवंटन में मनमानी की जा रही है, जिससे देश को दो-दलीय राजनीति में बाँटने की साजिश झलकती है। उन्होंने कहा कि आयोग को पुराने और पारदर्शी नियमों पर ही अमल करना चाहिए, वरना लोकतंत्र कमजोर होगा।
अपराध और माफियाओं का गढ़ बन रहा मप्र
मप्र की कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अपराध और दबंगों का बोलबाला है। भू-माफिया, रेत-माफिया, खनन-माफिया, शराब-माफिया और अतिक्रमण-माफिया—इन पांच गिरोहों से आम जनता त्रस्त है। कटनी के अमाडी गांव, भिण्ड के बरुआ नगर और कुरथरा, सिमराव जैसे क्षेत्रों में सरकारी जमीनों और रास्तों पर कब्जे का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने स्थानीय इकाईयों की सराहना की और कहा कि पार्टी जनता के साथ हर स्तर पर लड़ेगी चाहे गांव हो, भोपाल हो या दिल्ली।
सिक्स लेन और मेडिकल कॉलेज की मांग
भिण्ड क्षेत्र में लगातार हो रहे हादसों का जिक्र करते हुए ठाकुर ने कहा कि अब सिक्स लैन सड़क निर्माण वहां की ज़रूरत बन चुकी है। उन्होंने बीहड़ अंचल में मेडिकल कॉलेज की मांग करते हुए कहा कि इसे पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों की तरह 100 प्रतिशत केन्द्र अनुदान योजना से बनाया जाना चाहिए। साथ ही पीपीपी मॉडल का विरोध करते हुए कहा कि यह जनता के हित में नहीं, निजीकरण के विस्तार का रास्ता है।
आंदोलन के एजेंडे में किसान और मवेशियों की समस्या भी
छत्तीसगढ़ से आए पदाधिकारी जावेद उस्मानी ने अनावृष्टि और मवेशियों की समस्या का मुद्दा उठाया। इस प्रस्ताव को दिल्ली धरने के एजेंडे में शामिल करने पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
बिहार चुनाव पर रणनीति और मीडिया टीम का गठन
बैठक में बिहार में 6 प्रत्याशी उतारने की घोषणा की गई। चुनाव अभियान के लिए 5 सदस्यीय समिति गठित की गई जिसमें दयाशंकर शर्मा, मुकेश चंद्रा, श्याम सुंदर यादव, अरुण प्रताप सिंह और जावेद उस्मानी शामिल होंगे। जनसंपर्क को मजबूत बनाने के लिए सोशल मीडिया प्रभारी के रूप में असगर खान को मप्र एवं छत्तीसगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया गया, वहीं मप्र और छत्तीसगढ़ के लिए मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी जयंत तोमर को सौंपी गई।
वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बनी रणनीति
इस अहम बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्यामसुंदर सिंह यादव, उपाध्यक्ष मुकेश चंद्रा, उपाध्यक्ष मदन जैन, राष्ट्रीय महासचिव अरुण प्रताप सिंह, प्रताप मलिक, प्रदेश अध्यक्ष बिंदेश्वरी पटेल, प्रदेश महासचिव निसार कुरैशी, प्रदेश प्रवक्ता असगर खान, राकेश कौरव, धीरेन्द्र सिंह ठाकुर, हरपाल सिंह, अजय श्रीवास्तव, शिवम परमार, महिपाल वर्मा सहित अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।