दो महीने बीत गए पर छात्र-छात्राओं को अभी तक नहीं मिली साइकिलें

– शिक्षा विभाग की बडी लापरवाही…

भिण्ड, 23 अगस्त। विद्यालयों को खुले हुए दो महीने से अधिक समय हो गया है। लेकिन आलमपुर के शासकीय कन्या एवं बालक हाईस्कूल में पढने वाले ग्रामीण छात्र-छात्रों को अभी तक साइकिलें वितरण नहीं हुई है। साइकिलें नहीं मिलने के कारण ग्रामीण छात्र-छात्राओं को अपने गांव से आलमपुर पढने के लिए पैदल आना-जाना पड रहा है।
ज्ञात हो कि शासन की योजना के अंतर्गत सरकारी विद्यालयों में पढने वाले ग्रामीण विद्यार्थियों को विद्यालय आने-जाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा नि:शुल्क साइकिलें वितरण की जाती हैं। शासन की इस योजना के तहत जिले के अनेक सरकारी विद्यालयों में पढने वाले विद्यार्थियों को साइकिलें वितरण हो चुकी है। लेकिन लहार ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले आलमपुर के शा. कन्या हाईस्कूल एवं शा. बालक हाईस्कूल में पढने वाले छात्र-छात्राओं को अभी तक साइकिलें वितरण नहीं हुई है। बताया गया है कि विद्यालयों को खुले हुए दो महीने से अधिक समय हो गया है। किन्तु आलमपुर के दोनों विद्यालयों में वितरण हेतु अभी तक साइकिलें पहुंची नहीं है। शा. कन्या हाईस्कूल आलमपुर में पढने वाली करीब 34 छात्राओं एवं शा. बालक हाईस्कूल में पढने वाले करीब 24 ग्रामीण छात्रों को साइकिलें वितरण होना है। ग्रामीण छात्र-छात्राएं साइकिलें मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लहार ब्लॉक में शिक्षा विभाग की अनेक लापरवाही उजागर होती रहती है। लेकिन आलमपुर के इन दोनों सरकारी विद्यालयों में पढने वाले ग्रामीण विद्यार्थियों को अभी साइकिलें नहीं मिलना भी एक बडी लापरवाही है।
फर्नीचर के अभाव में टाट-पट्टी पर बैठ रही छात्राएं
जिले के अधिकांश सरकारी विद्यालयों में शासन द्वारा फर्नीचर की व्यवस्था कराई गई है। ताकि सरकारी विद्यालय में पढने वाले बच्चों को जमीन पर बैठकर न पढना पडे। लेकिन शा. कन्या हाईस्कूल आलमपुर में अभी तक फर्नीचर उपलब्ध नहीं हुआ है। विद्यालय में पढने वाली छात्राओं को आज भी जमीन पर बिछी टाट-पट्टी पर बैठकर पढना पड रहा है। विद्यालय में फर्नीचर की समस्या को लेकर खबरों के माध्यम से कई बार वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराने की कोशिश की गई हैं। लेकिन फिर भी फर्नीचर की समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।