घर में बच्चों की उचित देखभाल न होने से अचानक तबियत ज्यादा खराब होने पर हुई भरत की मृत्यु : जिला कार्यक्रम अधिकारी

– भरत पुत्र सोमवीर के आंगनवाडी केन्द्र में कुपोषण के श्रेणीकरण उपरांत चिन्हांकन में किसी प्रकार की कोताही बरता जाना नहीं हुई प्रतीत

भिण्ड, 28 जुलाई। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास भिण्ड ने बताया कि सोमवार को कलेक्टर भिण्ड द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में आंगनबाडी केन्द्र वार्ड क्र.8 मिहोना-रौन में दर्ज बालक भरत पुत्र सोमवीर, फूलनदेवी की मृत्यु की जांच हेतु जांच दल गठित कर पूर्ण निराकरण प्रतिवेदन चाहा गया है।
उक्त प्राप्त निर्देशों के परिपालन में परियोजना अधिकारी बरोही परशराम शर्मा, लहार अजयदेव जाटव तथा मौ संदीप मौर्या के साथ सेक्टर पर्यवेक्षक दीपा कुुमारी के साथ जांच दल गठित कर बालक भरत पुत्र सोमवीर, फूलनदेवी के घर पहुंचने पर परिवार के सभी सदस्य बीमार बच्चों के साथ उपचार हेतु अस्पताल में जाना बताया गया। तत्पश्चात सर्वे क्षेत्र की आंगनबाडी कार्यकर्ता के वार्ड क्र.8 मिहोना पर उपस्थित होकर आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं बालक भरत के रिश्तेदार नबाव सिंह सहित आंगनबाडी केन्द्र से संबद्ध अन्य हितग्राहियों से समक्ष में चर्चा की गई।
जांंच दल के समक्ष आंगनबाडी कार्यकर्ता वार्ड क्र.8 मिहोना रामकली शर्मा द्वारा आंगनबाडी केन्द्र का रिकार्ड प्रस्तुत किया गया, जिसमें हितग्राही सोमवीर कुशवाह के शून्य से 6 वर्ष तक के 3 बच्चे भरत, आर्यन और अभिषेक आंगनबाडी की पंजी में विधिवत दर्ज हैं। आंगनबाडी कार्यकर्ता ने बताया कि सोमवीर के तीनों बच्चों का वजन एवं माप इस माह जुलाई 2025 में किया गया था जिसमें भरत (जन्म 11 अक्टूबर 2022) वजन एवं माप 13.3 किलो तथा लंबाई 90.4 सेमी, आर्यन (जन्म 25 जुलाई 2020) वजन एवं माप 14 किलो तथा लंबाई 105 सेमी, अभिषेक (जन्म 13 अगस्त 2024) वजन एवं माप 5 किलो तथा लंबाई 76 सेमी थी।
आंगनबाडी कार्यकर्ता ने जांच दल को बताया कि तीनों बच्चों को नियमित रूप से आंगनबाडी केन्द्र पर उपस्थित होकर टीएचआर एवं ताजा पका भोजन का लाभ प्रदाय किया जा रहा था, इनमें से अभिषेक पुत्र सोमवीर को माह जनू 2025 में वजन एवं मापन उपरांत पोषण पुनर्वास केन्द्र लहार में भर्ती कराया गया था, किन्तु उसके अभिभावक (मां) दो दिवस बाद ही एनआरसी से बच्चों को जबरन घर लेकर आ गई। आंगनबाडी कार्यकर्ता के साथ-साथ ग्रामीणों ने बताया कि बालक भरत को पूर्व में कोई बीमारी अथवा स्वास्थ्य संबंधी समस्या नहीं थी, बच्चा भरत स्वस्थ्य था किन्तु 26 जुलाई को सोमवीर कुशवाह के परिवार में बच्चों की दादी की मृत्यु हो गई थी। जिसके कारण बच्चों की उचित देखभाल न होने से रात में अचानक भरत पुत्र सोमवीर को तबियत अचानक ज्यादा खराब होने पर दूसरे दिन अन्य परिजनों के साथ बच्चों को उपचार हेतु सिविल अस्पताल लहार जिला भिण्ड ले जाया गया जहां बच्चे को डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।
आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं हितग्राही के कथन अनुसार परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बच्चों को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती होना बताया गया, उपरोक्त के आधार पर बालक भरत पुत्र सोमवीर के आंगनबाडी केन्द्र में पंजीयन, टेक होम राशन, ताजा पका भोजन प्रदायगी के साथ-साथ वजन मापन एवं कुपोषण के श्रेणीकरण उपरांत चिन्हांकन में प्रथम दृष्यता किसी भी प्रकार की कोताही बरता जाना प्रतीत नहीं होता है।