भिण्ड, 26 जून। आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर बुधवार की शाम को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भिण्ड शहर में मशाल जुलूस निकाला। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय, वंदे मातरम् और लोकतंत्र की जय के नारे लगाए। हाथों में जलती मशाल लेकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता शहर की सडकों पर उतरे और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वालों को श्रद्धांजलि दी।
मशाल जुलूस की शुरुआत हाउसिंग कॉलोनी से हुआ जो मुख्य मार्ग होते हुए गौरी सरोबर तक पहुंचा। रास्ते में परिषद के कार्यकर्ता ऐतिहासिक आपातकाल को देश का काला दिन बताते हुए लोगों को इसके इतिहास की जानकारी देते रहे। विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी सुमित दीक्षित ने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने सत्ता के मद में देश पर आपातकाल थोप दिया था। प्रेस की स्वतंत्रता खत्म कर दी गई थी, लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए गए थे। देशभर में विरोध करने वालों को जेलों में ठूंस दिया गया था। उन्होंने कहा कि आज का दिन लोकतंत्र की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले मीसा बंदियों और आंदोलनकारियों को याद करने का है। जिनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई थी। कार्यक्रम में बडी संख्या में विद्यार्थी परिषद के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। सभी ने लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प दोहराया। अंत में गौरी सरोबर पर मशाल बुझाकर लोकतंत्र रक्षकों को नमन किया गया।