– चाइल्ड हेल्पलाइन पर बाल विवाह के संबंध में प्राप्त शिकायत पर कार्रवाई
भिण्ड, 04 जून। जिले के ग्राम हरनाथ पुरा में नाबालिग बालिका की शादी को चाइल्ड हेल्पलाइन पर मिली शिकायत के आधार पर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों और पुलिस ने रुकवाया। जब नाबालिग लडकी नहीं मानी तो उसे वन स्टॉप सेंटर में प्रवेश कराया गया।
जानकारी के अनुसार चाइल्ड हेल्पलाइन पर मिली शिकायत में बताया गया कि ग्राम हरनाथपुरा में बालिका काजल जाटव का बाल विवाह किया जा रहा है। शिकायत के क्रम में तत्काल जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन तिवारी के निर्देश में परियोजना अधिकारी भिण्ड ग्रामीण रिचा कुशवाह के नेतृत्व में पर्यवेक्षक गायत्री कुशवाह, रीता कुशवाह सीमा जादौन विवाह स्थल पर दल पहुंचा। दल के पहुंचने पर स्थल पर नाटकीय घटनाक्रम शुरू हो गया। विवाह वाले घर से बालिका बालिका के माता-पिता घर छोडकर कहीं अन्यत्र चले गए। साथ ही आस पडोस में उपस्थित अन्य रिश्तेदारों द्वारा दल के साथ किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया गया, ना ही कोई जानकारी दी गई। दल द्वारा और उपस्थित पुलिसकर्मी द्वारा सभी को समझाइश दी गई कि यदि बाल विवाह की घटना होती है तो न केवल परिजन अपितु रिश्तेदार पंडित, धोबी सभी उसके बराबर के दोषी होंगे। इसी बीच परियोजना अधिकारी भिण्ड ग्रामीण रिचा कुशवाह को अवगत हुआ की बारात ग्राम लावन जिला भिण्ड से आ रही है।
इस हेतु बाल संरक्षण अधिकारियों सक्सेना ने परियोजना अधिकारी बराही परशुराम शर्मा से समन्वय कर जानकारी प्राप्त की और पता चला कि ग्राम लावन में बारात वाले घर का पता चला और महिला बाल विकास का अमला स्थानीय आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा ग्राम लावन में परिवारजनों को समझाइश दी गई कि उनकी होने वाली बहू नाबालिग है और बाल विवाह किया जाना अपराध है। इसके पश्चात बालक होतम और बालक के पिता द्वारा तत्संबंध में शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया और यह स्वीकार किया गया कि बालिका के 18 वर्ष पूर्ण होने पर ही बालिका से पुत्र की शादी कराई जाएगी।
इसी बीच ग्राम हरनाथपुर में बालिका और उसकी मां भी उपस्थित हुईं, उन्होंने बताया कि वह डर की वजह से पडोस में किसी अन्य व्यक्ति के यहां छुप गए थे। बालिका और परिजनों को समझाया कि बाल विवाह नहीं किया जाना है। बालिका के परिजन समझ गए, किंतु बालिका तत समय भी उसी लडके से शादी करने की जिद कर रही थी। तत्पश्चात बालिका की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए रात में ही बाल कल्याण समिति के संबंध में से बालिका को वन स्टार सेंटर में प्रवेश कराया गया और बालिका की निरंतर काउंसलिंग की जा रही है।