ग्वालियर, 27 मई। वंदे मातरम समूह द्वारा संस्कार भारती एवं बालक सरस्वती विद्या मन्दिर गोरखी के सहयोग से 30 मई से 20 जून तक 20 दिवसीय व्यक्तित्व विकास शिविर एवं नाटय कार्यशाला कलादर्शन का आयोजन किया जाएगा। शिविर का मुख्य आकर्षण महारानी लक्ष्मीबाई और अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर आधारित नाटय प्रस्तुति होगी। यह बात वंदे मातरम समूह के अध्यक्ष चंद्रप्रताप सिंह सिकरवार व संस्कार भारती के अध्यक्ष दिनेश चंद्र दुबे ने मंगलवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
वंदे मातरम समूह के अध्यक्ष सिकरवार व शिविर संयोजक उत्तम पाठक ने पत्रकारों को बताया कि यह 19वां व्यक्तित्व विकास शिविर एवं नाटय कार्यशाला कलादर्शन 2025 के प्रवेश पहले आओ पहले पाओ के आधार पर है। सरस्वती विद्या मन्दिर गोरखी महाराज बाडा पर सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक प्रवेश हेतु आवेदन पत्र प्राप्त किए जा सकेंगे। जबकि 30 मई से 20 जून तक गोरखी महाराज बाडे पर शाम 5 बजे से 7.30 बजे तक शिविर सह कार्यशाला का आयोजन होगा। कार्यशाला में बाहर से भी ट्रेनर उपस्थित रहेंगे, जो बच्चों से लेकर युवाओं को घुडसवारी, ऊंट की सवारी, नाटक, योगा, एरोबिक्स, पेंटिंग, कराटे, रंगोली, नृत्य, फोटोग्राफी आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही 1857 की महानायिका वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के जीवन चरित्र पर आधारित महानाटय किया जाएगा। जिसमे लगभग 250 कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, तो वहीं लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर के जीवन पर भी आधारित एक नाटय की प्रस्तुति दी जाएगी। जिसमें लगभग 100 कलाकार मंच प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही जल संवर्धन, पर्यावरण एवं चंबल क्षेत्र के गुमनाम क्रांतिकारियों के योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा।
पत्रकारवार्ता में प्रदीप दीक्षित, सुमित तिवारी, कुलदीप पाठक, अभिराज राजेश कटारे, रामसेवक कटारे आदि उपस्थित थे।