-ग्राम काथा में घूरा हटवाया, होगा सडक का निर्माण आरंभ
भिण्ड, 18 मार्च। शासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीणों नागरिकों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएं। उसी क्रम में अनुभागीय दण्डाधिकारी लहार विजय सिंह यादव एवं तहसीलदार विकास कैमोर फार्मर रजिस्ट्री संबंधी प्रगति देखने के लिए ग्राम अचलपुरा, काथा, लोहचरा एवं बारहेट ग्राम पहुंचे।
ग्राम लोहचरा में पदस्थ पटवारी अजय श्रीवास्तव को बिना सूचना के विगत 15 दिनों से हल्के पर अनुपस्थित पाया गया। एसडीएम लहार ने जब दूरभाष से उसकी जानकारी ली तो वह ग्वालियर में होना बताया गया। बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित रहने पर एवं कार्य में गंभीर लापरवाही के चलते लापरवाह पटवारी का माह मार्च का 15 दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश एसडीएम ने दिए। वहीं जब एसडीएम ग्राम बारहेट पहुंचे तब उन्होंने पटवारी विकास कुशवाहा से ग्राम में होने की लोकेशन मांगी पटवारी गांव में अनुपस्थित था, लगभग 30 मिनट बाद उपस्थित हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि पटवारी एवं कोटवार दोनों लापरवाह प्रवृत्ति के हैं। फार्मर रजिस्ट्री में पटवारी विकास कुशवाहा का कार्य अत्यंत ही निराशाजनक मात्र 6 प्रतिशत एवं 26 प्रतिशत पाया गया। उक्त लापरवाही को देखते हुए संबंधित पटवारी का माह मार्च का वेतन आगामी आदेश तक रोकने के निर्देश एसडीएम ने दिए हैं। एसडीएम लहार ने लगभग 45 मिनट ग्रामीणों से चर्चा की। कोटवार की जानकारी लेने पर पता चला कि कोटवार गंभीर लापरवाह है। गांव में निवास नहीं करता है एवं लंबे समय से अनुपस्थित है। उक्त लापरवाही को देखते हुए एसडीएम लहार ने तत्काल प्रभाव से कोटवार सुदामा परिहार को पद से पृथक करने के निर्देश दिए।
ग्राम काथा में श्मशान घाट, रास्ता, नाला निर्माण का विवाद सुलझाया तथा दो सप्ताह में सीमांकन करने के निर्देश तहसीलदार को दिए। ग्राम काथा में लंबे समय से शमशान के रास्ते को लेकर ग्रामीण ने जनपद में एवं तहसीलदार मिहोना के यहां शिकायत की थी, जिसके क्रम में एसडीएम ग्राम कथा पहुंचे। जहां 70 मीटर की सीसी रोड हरिजन मोहल्ला के रास्ते में पडे हुए घूरे को तत्काल हटाने के निर्देश एसडीएम ने सरपंच व सचिव को दिए। जिस पर संबंधित ग्रामीण ने आकर कहा कि वह शाम तक स्वयं हटा लेगा। एसडीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि यदि शाम तक वह नहीं हटता है, तो सरपंच तत्काल हटवाकर अगले 24 घंटे में निर्माण कार्य पांचवें वित्त की राशि से प्रारंभ करें।
वहीं लंबे समय से गांव लगभग 900 मीटर लंबे नाले के निर्माण की समस्या से भी ग्रामीणों ने एसडीएम लहार को अवगत कराया। नाला निर्माण न होने से ग्रामीणों को बरसात में गंभीर जल भराव की समस्या का सामना करना पडता है। एसडीएम ने जब सरपंच और सचिव से जानकारी ली तो पता चला कि प्रशासकीय एवं तकनीकी स्वीकृति नाले की हो चुकी है एवं 15वें वित्त में पर्याप्त फंड उपलब्ध है जो 31 मार्च की स्थिति तक ही उपलब्ध रहेगा। परंतु सरपंच मलखान शाक्य की उदासीनता के चलते नाले का निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका, जिस पर एसडीएम ने सरपंच को सख्त लहजे में चेतावनी दी कि अगले 48 घंटे में नाले का निर्माण कर प्रारंभ हो जाना चाहिए अन्यथा अगले 48 घंटे में पंचायत का डोंगल बंद करते हुए सरपंच को धारा 40 का नोटिस जारी करने के निर्देश एसडीएम लहार ने रौन जनपद सीईओ शाक्य को दिए हैं।