गोहद दुर्ग में शिव महापुराण कथा में उमडा श्रद्धा का सागर

भिण्ड, 25 अगस्त। प्राचीन दुर्ग स्थित भीमाशंकर महादेव मन्दिर परिसर में चल रही शिव महापुराण कथा के द्वितीय दिवस पर भक्तिमय माहौल छा गया। महामण्डलेश्वर 1008 रामभूषण दास महाराज ने अपने श्रीमुख से कथा का रसपान कराया। आज की कथा में भगवान शिव की महिमा, उनके त्रिलोकीनाथ स्वरूप तथा भक्तों के प्रति करुणा और कल्याणकारी स्वरूप का विस्तार से वर्णन हुआ। कथा सुनने आए हजारों श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर बैठ गए और ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष से पूरा दुर्ग परिसर गूंज उठा।

कथावाचक रामभूषण दास महाराज ने कहा कि शिव महापुराण मात्र कथा नहीं, बल्कि जीवन को दिव्यता और धर्मपथ पर चलाने का मार्गदर्शन है। द्वितीय दिवस पर शिव विवाह प्रसंग एवं सती चरित्र जैसे प्रसंगों का वर्णन हुआ, जिसे सुनकर भक्तों की आंखें आस्था से नम हो गईं। आयोजन समिति ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी। हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्ति भाव से कथा का श्रवण कर रहे हैं। इस अवसर पर भजन मण्डलियों द्वारा प्रस्तुत भजनों से वातावरण और भी भक्तिमय बन गया। कथा श्रवण के लिए क्षेत्रीय सांसद संध्या राय ने कथा का श्रवण किया कथा पश्चात श्रद्धालुओं को महाप्रसादी भी वितरित की गई।