सुधार ग्रह के जिम्मेदार अधिकारी एवं महिला बाल विकास के अधिकारी मामले में खामोश
मुरैना, 25 फरवरी। स्टेशन रोड थाना क्षेत्र के बडोखर स्थित महिला सुधार गृह में 2 दिन से गायब श्योपुर की एक महिला की तीसरे दिन सोमवार की शाम सडी हुई लाश सुधार ग्रह के कमरे से बरामद हुई है, जो बदबू मार रही थी। अचरज की बात यह है की पांच कमरों के इस सुधार गृह में 16 के करीब महिलाएं रहती हैं और गायब महिला का किसी को पता नहीं चला। यहां तक कि अधीक्षिका एवं इसकी जिम्मेदारी निभाने वाले बीएल शर्मा भी इस मामले में जवाब देने से बचते नजर आए, वहीं महिला बाल विकास अधिकारी भी मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं। मृतक महिला का पोस्टमार्टम ग्वालियर में डॉक्टरों की टीम एवं फोरेंसिक एक्सपर्ट से कराया गया है।
जानकारी के अनुसार बडोखर स्थित महिला सुधार गृह में लगभग 3 वर्ष से श्योपुर की 35 वर्षीय महिला सगुना निवासरत थी। पुलिस के अनुसार वह मानसिक विक्षिप्त थी, वहीं सूत्र बताते हैं कि महिला स्वस्थ्य थी और उसे कोई बीमारी नहीं थी। शनिवार से महिला गायब थी, तो फिर महिला सुधार ग्रह की जिम्मेदारी देखने वाले बीएल शर्मा एवं अधीक्षका सायरा बानो को 2 दिन तक सगुना का पता क्यों नहीं चला और क्यों नहीं उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। महिला सुधार ग्रह से 2 दिन से गायब सगुना को किसी ने खोजने की कोशिश नहीं की और सोमवार की शाम 5 बजे के लगभग बदबू आने पर उसे कमरे में जाकर देखा गया, जहां सगुना की लाश पडी हुई थी। बताया जाता है कि लाश सड चुकी थी और उसमें कीडे पड गए थे तथा भयंकर बदबू आ रही थी। सूचना मिलने पर स्टेशन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला के सब को अपने कब्जे में लेकर पीएम हाउस भेजा गया। बाद में फोरेंसिक एक्सपर्ट की सलाह पर महिला की डेड बॉडी को पीएम हेतु ग्वालियर भेजा गया है।
गौरतलब है कि महिला सुधार ग्रह महिला बाल विकास के अंतर्गत संचालित होता है और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी महिला बाल विकास अधिकारी की होती है, साथ ही इसे संचालित करने वाले एवं अधीक्षका पर भी महिलाओं की देखरेख का जिम्मा होता है। सगुना की मौत के मामले में सभी ने घोर लापरवाही बरती है। महिला सुधार ग्रह को देखने वाले बीएल शर्मा सबलगढ से अप डाउन करते हैं तो वहीं अधीक्षका सायरा बानो यही रहती हैं और उसके बावजूद उन्होंने सगुना की मिसिंग पर कोई एक्शन नहीं लिया। पीएम हाउस पर अधीक्षका सायरा बानो मीडिया से बचती नजर आई। जब मीडिया ने सवाल पूछे तो कहा कि महिला को शनिवार को स्वस्थ देखा गया है, उसे कोई बीमारी नहीं थी। सोमवार को जब मैं गई तो हल्की बदबू आई, तब मालूम पडा। उल्लेखनीय बात यह है कि महिला सुधार ग्रह सरकार द्वारा इसलिए बनाया गया कि यहां महिलाएं सुरक्षित रहें और उनकी देखभाल ठीक से हो सके, लेकिन इनकी देख-रेख करने वाले गैर जिम्मेदार हो जाए तो फिर महिलाओं की देखभाल कौन करेगा। यह मामला अत्यंत गंभीर है और इसकी निष्पक्ष जांच होना चाहिए।