भिण्ड, 21 दिसम्बर। विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर शासकीय महाविद्यालय आलमपुर में ध्यान केंद्रित आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. भगवान सिंह निरंजन ने कहा कि ध्यान मन और इन्द्रियों को केंद्रित करने की अवस्था है। इसके नियमित अभ्यास से मानसिक शांति मिलती है और स्मृति तेज होती है। ध्यान लोगों में चिडचिडापन, शीघ्र उत्तेजित होना और बल्ड प्रेशर को कम करता है। अनिल चौधरी ने कहा कि ध्यान के माध्यम से हम अपनी आयु में वृद्धि कर सकते हैं। लाखन सिंह कौरव ने कहा कि ध्यान करने से मानसिक बीमारियों से बचा जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे अजय शर्मा ने कहा कि सभी को सुबह 4 बजे उठकर माता पिता के पैर छूना चाहिए। धरती माता के पैर छूना चाहिए फिर प्रतिदिन शौच के बाद ध्यान करना चाहिए। ध्यान बहुत प्रभावी क्रिया है। इस अवसर पर डॉ. अब्दुल इशाक, शिवेंद्रमणि शुक्ल, आदित्य दिवोलिया, जीपी कुशवाह, आनंद चौधरी, अमित कौरव, अजय कुशवाह, बलवीर सिंह, प्रथम जैन, मनोज गुप्ता, ऋषि त्रिवेदी सहित तमाम विद्यार्थी एवं महाविद्यालय परिवार के लोग उपस्थित थे।