11 दिन तक पंडालों में रही धूम हवन के बाद किया गया सामूहिक भोज
भिण्ड, 06 सितम्बर। 11 दिनों से घरों और पंडालों में विराजे भगवान गणेश की प्रतिमाओं का पूरी विधि विधान के बाद गणेश विसर्जन कर दिया गया है। गणेश प्रतिमाओं को विदाई कर ले जाते हुए भक्तजनों के द्वारा डीजे पर जमकर नृत्य किया जा रहा था। इस बार कुछ लोगों के द्वारा मिट्टी की प्रतिमाऐं बनाने के बाद उनका घरों में ही विसर्जन किया गया। वहीं बड़ी संख्या में पंडाल समिति के लोग विभिन्न नदियों में प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए लेकर गए।
उल्लेखनीय है कि 27 अगस्त गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। इसके साथ ही शहर सहित जिलेभर के विभिन्न जगहों पर पंडाल समितियों के द्वारा गणेश पंडाल सजाऐ गए थे। जिनमें प्रतिदिन भजन, कीर्तन, जागरण, अनुष्ठान और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अनंत चतुर्दशी के दिन पंडाल में विराजी प्रतिमाओं को विसर्जित किया जाता है। इसलिए शनिवार को सुबह से ही पंडाल समितियों के द्वारा तैयारियां शुरु कर दी गई थीं। सुबह सामूहिक हवन किया गया, महाआरती हुई और प्रतिमाओं को गाजे बाजे के साथ विदाई दी गई। भक्तों के द्वारा क्वांरी, सिंध, चंबल और सिंध नदी में प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया। पुलिस के द्वारा सुरक्षा के लिहाज से तैयारियां कर ली गई थीं। इसलिए नदियों के करीब जाने और घाट पर बैठकर पूजा करने पर रोक लगा दी गई थी।
सामूहिक भंडारे का हुआ आयोजन
गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करने के बाद पंडाल समितियों के द्वारा सबसे पहले कन्या भोज कराया गया। इसके बाद प्रसादी वितरण के रूप में सामूहिक भंडारे हुए। इस बार शहर में प्रमुख रूप से हनुमान बजरिया, गोल मार्केट, पुरानी गल्लामंडी, बतासा बाजार सहित अन्य जगहों पर भव्य प्रतिमाऐं विराजी गई थीं। जब गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए ले जाया जा रहा था तो कुछ महिलाओं की आंखें भी भर आई थीं।