पौधारोपण करना हर नागरिक का मौलिक कर्तव्य : अयाची

भिण्ड, 05 अगस्त। मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय मप्र एवं कार्यपालक अध्यक्ष राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार ‘पंच-ज’ अभियान के अंतर्गत पर्यावरण को संरक्षित करने के उद्देश्य से 15 अगस्त तक वृहद पौधारोपण अभियान आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड राजीव कुमार अयाची की अगुवाई में न्यायिक अधिकारियों के लिए बने नवीन शासकीय आवास के प्रांगण में वृहद पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें फलदार एवं छायादार पौधे रोपित किए गए। इस अवसर पर उपस्थित (सीनि.) विशेष न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी, सचिव जिला प्राधिकरण भिण्ड हिमांशु कौशल, अपर जिला न्यायाधीशगण मनोज कुमार तिवारी (जूनि.), संजीव सिंघल, दिनेश कुमार खटीक, अहमद रजा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कमलेश भरकुंदिया, जिला रजिस्ट्रार पियूष भावे, प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड नेहा उपाध्याय, न्यायिक मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर राठौर, अनुराधा गौतम, अनुभूति गुप्ता, अभिजीत सिंह, विवेक माल एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी भिण्ड सौरभ कुमार दुबे ने पौधारोपण कर कार्यक्रम में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया गया।
इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश/ अध्यक्ष राजीव कुमार अयाची ने अपने उदबोधन में व्यक्त किया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51ए के अंतर्गत सभी नागरिकों का यह कर्तव्य है कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करें, इसलिए प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए हम सबका यह कर्तव्य है कि हम अपने आस-पास अधिक से अधिक पौधों को रोपित करें तथा रोपित पौधों की सेवा करें। पेड-पौधों के माध्यम से प्रकृति सभी प्राणियों पर अनंत उपकार करती है, इसलिए हमें आने वाली पीडियों हेतु विरासत में कंकीर्ण की इमारतों की जगह हमें एक हरा-भरा स्वच्छ वातावरण उनके प्रदान करना चाहिए। पेड पर्यावरण को ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाते है। पौधारोपण से प्रदूषण भी कम होता है, इसलिए हमें नियमित पौधारोपण करना चाहिए तथा रोपित पौधों की सुरक्षा एवं उनके बडे हो जाने तक नियमित रूप से जल संचय की व्यवस्था भी सुनिश्चित करनी चाहिए, जिससे पौधे विकसित होकर पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन में सहायक सिद्ध हो सकें।