विद्युत संकट के खिलाफ गोहद में आंदोलन शुरू

अभा जनवादी महिला समिति के बैनर तले विद्युत विभाग की मनमानी के खिलाफ दिया धरना

भिण्ड, 06 अक्टूबर। विद्युत विभाग की गलत नीतियों के वजह से विद्युत संकट गहराता जा रहा है, बिजली कटौती जारी है, अनाप-शनाप बिजली के बिल आम उपभोक्ताओं को थमाए जा रहे हैं, ट्रांसफार्मर फुके पड़े हैं, एक बत्ती कनेक्शन गरीबों को नहीं दिया जा रहा है, विद्युत मूल्य वृद्धि बार-बार हो रही है। कोरोना कफ्र्यू लॉकडाउन के दौरान गरीबों के धंधे चौपट हो गए थे, आम लोग मजदूरी से हाथ धो बैठे थे। उसके बावजूद बिजली के बिलों को माफ नहीं किया गया है। पूंजीपतियों के करोड़ों बिल भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने माफ कर दिए हैं। इसलिए विरोध स्वरूप मंगलवार को गोहद विद्युत वितरण कंपनी कार्यालय पर महिलाओं ने अपने झण्डे बैनर थाम कर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन शुरू कर दिया है।
मप्र किसान सभा, जनवादी नौजवान, सभा सीटू इस आंदोलन में शामिल है। इस मौके पर हुई सभा को जनवादी महिला समिति की राज्य सचिव प्रीति सिंह, गोहद नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रेमनारायण माहौर, किसान सभा के जिला सचिव वीरेन्द्र कुशवाह, उपाध्यक्ष नारायण शर्मा, किसान नेेता राजेन्द्र सिंह कुशवाह, जनवादी महिला समिति गोहद की सचिव शोभा माहौर, पूर्व नपा अध्यक्ष गुड्डीबाई माहौर ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतियों की तीखी आलोचना की तथा निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की। इस दौरान कल तक जारी इस महा पड़ाव के दौरान उप महाप्रबंधक को ज्ञापन दिया जाएगा। जिसमें विद्युत दर मूल्य वृद्धि वापस लेने, अनाप-शनाप विद्युत बिल रोकने, गरीबों के विद्युत बिल माफ करने, विद्युत कटौती पर रोक लगाने, नई जगह पर नए ट्रांसफार्मर रखने, फर्जी बिल बंद करने आदि मांगे ज्ञापन में शामिल होंगी। इस महा पड़ाव में खाना पकाया गया तथा डेरा आंदोलन पर ही रुकने का काम किया गया है। इस अवसर पर किसान सभा कार्यकर्ता हरिशंकर माहौर, मुन्नालाल कुशवाह, मुंशीलाल बघेल, बद्रीप्रसाद माहौर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।