मुख्यमंत्री द्वारा अतिथि शिक्षक की महापंचायत में की गई घोषणाओं पर अमल किया जाए

अतिथि शिक्षक संघर्ष समिति ने सौंपा ज्ञापन

भिण्ड, 04 अक्टूबर। मप्र अतिथि शिक्षक संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री द्वारा अतिथि शिक्षकों की महापंचायत में की गई घोषणाओं पर अमल करने हेतु जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि के तौर पर कार्यालय अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में जिले के समस्त अतिथि शिक्षक ने बताया कि विगत 10 से 15 वर्षों से शासकीय विद्यालय में कार्यरत अतिथी शिक्षक अध्यापन का कार्य कराते आ रही हैं, जिन्होंने आपकी शालों में अध्यापन के अलावा विद्यालय के समय पर पहुंचकर स्कूल के ताले भी खोले और बोर्ड परीक्षा में भी शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम भी दिया, उक्त कार्यों का बखान आपने दो सितंबर की अतिथि शिक्षक महा पंचायत में स्वयं किया था और जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान आपने स्वयं हम लोगों के बीच पहुंचकर भविष्य सुरक्षित करने का आशासन दिया था। आज मप्र शासन के द्वारा भारी संख्या में प्रमोशन व स्थानांतरण किया जा रहे हैं जिससे हमारे 90 प्रतिशत अतिथी शिक्षक बाहर हो गई है, जो शिक्षक का रोजगार चलाकर रोजी-रोटी आती ऐसे हजारों लोगों का रोजगार छिन गया है तथा गरीब असहाय अतिथि शिक्षकों के जीवन में अंधेरा हो गया है। अतिथि विद्वानों के साथ सकारात्मक कदम रखा है तो हमारे साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। जिन अतिथि शिक्षकों ने गत 10 से 12 वर्ष तक आपको सेवाएं दी हैं, उनको आज एक आदेश के तहत उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया जा रहा है। उक्त कार्य निंदनीय एवं चिंता का विषय है, जिनकी हम सब अतिथि शिक्षक लोग घोर निंदा करते हैं।

ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष राजेश सिंह कामत, जिला उपाध्यक्ष बलराम दीक्षित, एसके माहेश्वरी, निशा भदौरिया, संध्या दुबे, प्रमोद भदौरिया, अबिल चौधरी, सौरभ बघेल, शशिकांत सिंह, नीरज सिंह, बृजेश बघेल, रंजीत, हरेन्द्र सिंह, गोविन्द सिंह दोहरे, नीरज नरवरिया, जबर सिंह, देशराज सिंह, सतीश बौद्ध, धर्मसिंह भदौरिया, अरुण सैनी, कोमल, नीरज, विशाल, संदेश, विजय गर्ग, दिनेश, देवेश, चंद्रशेखर, दिलीप कुमार दोहरे, राजकुमार, पवन सिंह, दीपक सिंह, जलसिंह बघेल, अर्जुन कुमार, उत्तम सिंह, गोविन्द सिंह, होम सिंह, रंजीत अवस्थी, प्रमोद कुमार, दीपक कुशवाह, अशोक कटारे, मानसिंह राठौर, दिनेश श्रीवास, विजय गर्ग, देवेश, सांईगोपाल यादव, अरुण सैनी आदि मौजूद थे।