भिण्ड, 19 सितम्बर। कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन की उपस्थिति में विकास खण्ड गोहद में मिशन वात्सल्य बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना दल के तहत प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय जैन ने जिले में घटते हुए लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए उसके दूर करने के विभिन्न उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अवगत कराया कि जिला भिण्ड का लिंगानुपात 838 अर्थात एक हजार पुरुषों पर कुल 838 महिलाएं हैं जो उत्कृष्ट समाज के लिए अच्छी नहीं कही जा सकती। इसलिए हमें बालिकाओं एवं महिलाओं के अनुकूल वातावरण का निर्माण करना चाहिए और लोगों में ऐसी भावना विकसित करनी चाहिए कि वह बालक और बालिका में बेटा अर्थात बेटा और बेटी में किसी भी प्रकार का फर्क ना करते हुए दोनों को समाज उन्नति के अवसर प्रदान करें।
कार्यशाला में बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि 18 वर्ष से कम आयु का हर व्यक्ति बालक है और किशोर न्याय अधिनियम के तहत देखने के एवं संरक्षण की जरूरतमंद बालकों के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधा प्रदान की जाती हैं। ऐसे बालक जिनके माता-पिता कोई नहीं है अनाथ हैं अथवा ऐसे बालक दिन के माता-पिता दोनों में से कोई एक नहीं है को शासन की योजना मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना अथवा स्पॉन्सरशिप योजना के तहत लाभान्वित किया जा सकता है। ऐसे बालक जिनके परिवार में कोई नहीं है, बिल्कुल निराश्रित होकर रह रहे हैं, ऐसे बच्चों के लिए शिशु गृह और बाल गृह संचालित है, जहां बालकों के लालन-पालन शिक्षक स्वास्थ्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने बालकों को सुरक्षित रहने की टिप्स सुरक्षित सुरक्षित स्पर्श एवं अधिनियम के तहत पोक्सो ही बॉक्स के तहत शिकायत करने की कार्रवाई से भी अवगत कराया।
पाठशाला के अगले चरण में डाटा एनालिसिस जितेन्द्र शर्मा ने शौर्य दल के कर्तव्य एवं अधिकारों के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया और अवगत कराया कि समक्ष में हिंसा, बाल हिंसा, महिला हिंसा और महिलाओं के उत्थान हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं का सफल क्रियान्वयन और महिलाओं तक उनकी पहुंची शौर्य दल का प्रमुख उद्देश्य है। लेखपाल आनंद मिश्रा ने पीसीपीएनडीटी एक्ट पर जानकारी दी। प्रशिक्षण में महिला बाल विकास परियोजना गोहद से परियोजना अधिकारी संदीप मौर्य, पर्यवेक्षक आभा श्रीवास्तव, रिचा शर्मा एवं अन्य पर्यवेक्षक, बाल संरक्षण समितियों के सदस्य, शौर्य दल के सदस्य, किशोरी बालिकाएं आदि उपस्थित रहे।