घायल बछिया को श्वानों ने नोचकर मार डाला

गौसेवकों ने मृत बछिया को रख कर नगर पालिका की तालाबंदी की

भिण्ड, 28 जुलाई। आम जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में नाकाम रही गोहद नगर पालिका मूक जानवरों को भी उनका हक नहीं दिला पा रही है। गोहद में आवारा गायों के लिए मप्र सरकार द्वारा सिसोनिया गांव में गौशाला का निर्माण कराया है, जिसमें क्षेत्र की आवारा गाय को पकडकर रखा जाता है। साथ ही उन्हें दाना-पानी के साथ उपचार की व्यवस्था भी करनी है। लेकिन इसके बाबजूद हर रोज गाय दुर्घटना का शिकार हो रही हैं।
हद तो तब हो गई जब गौसेवकों ने घायल बछिया को गौशाला भेजा, साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष व सीएमओ ने इस घायल बछिया को गौशाला में लेकर उपचार के लिए बोला। लेकिन संबंधित समिति के लोगों ने ध्यान नहीं दिया। जिससे घायल बछिया को श्वानों ने नोच-नोचकर मार डाला। इस बात की जानकारी जब गौसेवकों को हुई तो उन्होंने मृत बछिया को नगर पालिका के गेट पर रखकर तालाबंदी कर दी तथा नगर पालिका प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
गौसेवक अभिषेक गुड्डू बाथम ने बताया कि हम 20 लोग मिलकर गौसेवा का कार्य करते हैं। लेकिन दुख तब होता है जब जिम्मेदार लोग आंख बंद कर लेते हैं। हमारे धर्म में गाय को पूजा जाता है और गायों को लेकर लोग राजनैतिक रोटियां भी सेकते हैं। लेकिन गायों के साथ हो रहे अत्याचार पर कोई क्यों नहीं बोलता। गोहद में गायों की हालत सबसे खराब है, जबकि यहां गौशाला भी है, जिसका संचालन निजी समिति को दिया है, इसके बाबजूद गाय भूख मिटाने के लिए पॉलीथिन व कचरा खाकर पेट भर रही हैं।