शांति और सद्भाव के साथ मनाई होली, सड़कों पर उड़ा गुलाल
भिण्ड, 09 मार्च। जिले में होली का पर्व शांति और सद्भाव के साथ मनाया गया। इस मौके पर शहर में युवाओं की टोलियां दिखाई दीं। बच्चों ने गली-मुहल्लों में जमकर होली खेली। हर मोहल्ला, गली, चौराहों पर डीजे पर डांस के साथ रंग बरसता रहा। होली की धूम रही। शहर की मुख्य सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बनी रही। लोग होली के रंगों में रंग नजर आए। गोल मार्केट, शास्त्री चौक, अटेर रोड, लहार चुंगी पर लोग घूम रहे थे। इन स्थानों पर पुलिस का पहरा भी लगा हुआ था। इसी तरह जिले के कस्बों में भी होली का त्योहार शांति पूर्वक मनाया गया। मेहगांव, गोहद, मालनपुर, गोरमी, अटेर, फूफ, लहार, दबोह, मिहोना, रौन, आलमपुर में भी होली का त्योहार शांति एवं सद्भाव के साथ मनाया।
जिले भर में होली का पावन त्योहार पर बोर्ड परीक्षाओं के चलते धारा 144 लगे रहने के बीच होली का त्योहार लोगों ने शांति एवं सद्भावना पूर्वक तरीके से मनाया गया। लोग होली का रंग उड़ाने घरों से बाहर निकले, वे घरों के बाहर या आस-पास अपने परिचितों को होली के रंगों से रंगते रहे। होली का त्यौहार पर युवकों की टोलियां सड़कों पर निकली। हर मोहल्ला, गली, चौराहों पर डीजे पर डांस के साथ रंग बरसता रहा। होली की धूम रहती है। होली को लेकर युवा और बच्चों के मन में उत्साह भरा रहा। शहर की मुख्य सड़कों पर लोग होली के रंगों में रंगे नजर आए। गोल मार्केट, शास्त्री चौक, अटेर रोड, लहार चुंगी पर लोग घूम रहे थे। इन स्थानों पर पुलिस का पहरा भी लगा हुआ था। इसी तरह जिले के कस्बों में भी होली का त्योहार शांति पूर्वक मनाया गया। मेहगांव, गोहद, मालनपुर, गोरमी, अटेर, फूफ, लहार, दबोह, मिहोना, रौन, आलमपुर में भी होली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
हुड़दंग पर रही रोक
होली के मौके पर पुलिस की सतर्कता से हुड़दंग पर पूरी तरह रोक लगी रही। गांव से लेकर शहर तक में शांति एवं सद्भाव के साथ होली का त्योहर मनाया गया। जैसा कि होली पर गुलाल, रंग लगाने की परंपरा है। यह परंपरा का निर्वहन करते लोग नजर आए। लोग, एक दूसरे के घर पर पहुंचे रंग, गुलाल लगाते रहे। वे एक दूसरे को होली की मिठाई भी खिलाते रहे।
बहनों ने तिलक कर मनाई भाईदूज
भाईदूज का त्योहार प्रेम और सौहार्द के साथ गुरुवार को मनाया गया। बहनों ने पूजा और कथा आदि करके भाई की लंबी आयु और समृद्धि की कामना करते हुए उनके माथे पर तिलक लगाया और मुहं मीठा कराया, इसके बदले भाइयों ने बहनों रक्षा का संकल्प लेते हुए तोहफे दिए। भाई दूज के इस त्योहार को भाई-बहन के बंधन और प्रेम के लिए जाना जाता है। हिन्दू धर्म में दिवाली के बाद भाईदूज की बहुत मान्यता है लेकिन इसी तरह होली के बाद भाईदूज भी बहुत मायने रखता है।